Puspender singh:☆ भाजपा में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत की प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद मनोहर लाल खट्टर के अध्यकता में मैंने भाजपा का दामन थामा है
में कह सकता हूँ की मेरे लिए कोई आशन कदम नहीं था अन्ना जी के दिन से हम पार्टी से जुड़े और लगातार दिल्ली वंशियों के लिए काम किया एमएलए के तौर पर भी और मिनिस्टर के तौर पर भी और सही पूछे तो कुछ सोच रहे होंगे की ओवर नाइट निर्णय किसी दबाव में आ कर निर्णय लिया है. हर एक व्यक्ति ये सोच रहा है कि किसी दबाव में आकार ये निर्णय लिया में ये कहना चाहता हूँ कि मैंने आज तक किसी के दबाव में आकार कोई काम नहीं किया.
राजनेतिक जीवन में लगातार 2015 से पार्टी में रह कर एमएलए और मिनिस्टर तौर पर भी दबाव में आकार मैंने कोई काम नहीं किया है.
मुझे सुनने में आ रहा है की ED के दबाव में कर दिया CBI के दबाव में आ कर इस्तीफ़ा दे दिया ये सारी ग़लतफ़हमी है इस प्रकार का अफ़वाह फैलाया जा रहा है.
ये कोई एक दिन निर्णय नहीं है में तो पेसे से वकील हूँ वकालत छोड़ कर हम आम आदमी पार्टी से जुड़े अन्ना जी समय से ही और मेरे ख़्याल से केवल में नहीं था हज़ारों लाखों कार्यकर्ता ने अपनी नौकरी छोड़ी अपना काम छोड़ा और एक विचार धारा से जुड़े एक पार्टी से जुड़े क्योंकि उन्होंने उस पार्टी में उम्मीद देखी एक व्यक्ति में उनलोग को उम्मीद दिखी.
उस विचार धारा से वो लोग भी जुड़े और में जुड़ा और लगातार दिल्ली वाशियों ke सेवा करने के मक़सद से जुड़ा पार्टी में राजनीति करने का मेरा कोई मक़सद नहीं था लेकिन अगर कोई मक़सद था तो सिर्फ़ लोगों की सेवा करना और दिल्ली का हम किस प्रकार से विकाश कर सके ये मक़सद था मेरा.