उम्र और चोट जैसे कई कारणों से हमारे घुटनों को नुकसान पहुंच सकता है। इन समस्याओं से सुरक्षित रहने के लिए घुटनों को मजबूत होना चाहिए। इसके लिए कई लोग तरह-तरह के सप्लीमेंट्स लेते हैं, लेकिन बिना डॉक्टरी सलाह के सप्लीमेंट्स लेना सही नहीं है। ऐसे में योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। आइए आज पांच ऐसे योगासन जानते हैं, जिनका अभ्यास घुटनों को मजबूती प्रदान करने में मदद कर सकता है।
त्रिकोणासन को करें दिनचर्या में शामिल
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं, फिर अपने दोनों पैरों को जितना हो सके उतना खोलें। इसके बाद अपने दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं और फिर एक हाथ की उंगलियों से उसी तरफ के पैर के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। इस मुद्रा में दो-तीन मिनट तक बने रहने के बाद धीरे-धीरे आसन छोड़े, फिर इसी प्रक्रिया को दूसरे हाथ की तरफ से दोहराएं।
उत्कटासन से मजबूत होंगे घुटने
उत्कटासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं, फिर अपने हाथों को जमीन के समांतर आगे की ओर सीधा करें या उन्हें आसमान की ओर सीधा उठा लें। इसके बाद धीरे-धीरे अपने घुटनों के सहारे नीचे आएं और कुर्सी का आकार लेकर इसी स्थिति में रुकने की कोशिश करें। इस अवस्था में पीठ को बिल्कुल सीधा रखें और कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
बहुत असरदार आसन है वीरभद्रासन
वीरभद्रासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पैरों को तीन-चार फीट की दूरी तक फैलाकर खड़े हो जाएं और हाथों को कंधे की सीध में फैला लें। फिर दाएं पैर को 90 डिग्री घुमाएं और शरीर को दाईं तरफ घुमाकर गहरी सांस लेते हुए दाएं घुटने को मोड़ें। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं। इसके बाद इस प्रक्रिया को विपरीत दिशा से दोहराएं।
रोजाना करें ताड़ासन का अभ्यास
ताड़ासन के लिए सबसे पहले जमीन पर सावधान मुद्रा में खड़े होकर अपने दोनों हाथों को आसमान की ओर सीधा उठाएं और अपनी उंगलियों को आपस में फंसा लें। अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए पंजों के बल खड़े होकर शरीर को ऊपर की ओर खींचने की कोशिश करें। जब शरीर पूरी तरह तन जाए तो इस मुद्रा में कुछ देर बने रहें और सांस लेते रहें। अंत में सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए पहले वाली अवस्था में आ जाएं।
सुप्त बद्धकोणासन से होगा फायदा
सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेटकर अपने दोनों हाथों और पैरों को अपनी क्षमतानुसार फैला लें। अब पैरों को घुटनों से मोडक़र अपने दोनों तलवों को आपस में मिला लें। इस दौरान अपनी दोनों आंखों को बंद करके सामान्य गति से सांस लेते रहें। कुछ सेकंड के बाद आसन को धीरे-धीरे छोड़ दें। आप चाहें तो अपनी पीठ के नीचे सपोर्ट के लिए कोई मुलायम तकिया भी रख सकते हैं।