रुड़की। भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार शुक्रवार को हादसे का शिकार हो गई थी। इसके बाद शनिवार सुबह फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पहुंची। टीम ने पहले गुरुकुल नारसन चौकी में खड़ी ऋषभ की गाड़ी का मौका मुआयना किया। इसके बाद टीम घटनास्थल पर पहुंची और हादसे के कारणों की जांच की। नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारी और आरटीओ विभाग के अधिकारी भी टीम के साथ वहां पहुंचे। पुलिस टीम का कहना है कि इस दौरान हाईवे पर दुर्घटना स्थल के पास रजवाहे के चलते सड़क की चौड़ाई कम होने को लेकर भी जांच की जाएगी। बता दें कि शुक्रवार को ऋषभ पंत दिल्ली से रुड़की लौटते वक्त अलसुबह हादसे का शिकार हो गए थे। उनकी कार डिवाइडर की रेलिंग और एक खंभे को टक्कर मारकर संतुलन खो बैठी। फिर हवा में लगभग उड़ती हुई हाईवे के दूसरी तरफ कई पलटियां खाकर करीब 200 मीटर तक घिसटती चली गई। इसके बाद कार में आग लग गई।
राहगीरों को खून से लथपथ ऋषभ डिवाइडर पर बैठे मिले। पुलिस ने उन्हें रुड़की के निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां से उन्हें दून के मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। ऋषभ किसी तरह कार से बाहर निकले और लड़खड़ा कर गिर गए।वहां से गुजर रहे हरियाणा रोडवेज बस के चालक और बुच्चा बस्ती, मुजफ्फरनगर के तीन युवकों रजत, नीशू और ओमकुमार व नारसन के प्रमेंद्र कुमार ने ऋषभ को डिवाइडर पर बैठा देखा तो तुरंत मदद करने पहुंचे। ऋषभ के सिर में चोट लगी थी। चेहरे पर खून बह रहा था। कमर में भी घाव थे।
वह बदहवास थे, लेकिन बातचीत कर रहे थे।ऋषभ की कार की स्पीड को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। पुलिस ने शुक्रवार दोपहर को घटनास्थल के पास स्थित एक डेयरी में सीसीटीवी लगा देखा तो डीवीआर कब्जे ले ली। इसके बाद हादसे का वीडियो देखा गया। वीडियो में कार दो सेकेंड तक हवा में रही और डिवाइडरों के ऊपर से होती हुई नीचे जा गिरी।