दिल्ली- एनसीआर। दुनिया में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार बेशक अलर्ट मोड पर है, लेकिन राजधानी में कोविड से जुड़े सारे पैरामीटर अभी स्थिर हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या में तो पिछले एक हफ्ते में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, संक्रमण दर भी 0.5 फीसदी से नीचे बनी है। पिछली अनुभव के आधार पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर चीन के संक्रमण का कोई असर हुआ भी तो वह 15 जनवरी के बाद ही दिखेगा। लोगों में हर्ड इम्युनिटी बनी होने से उस वक्त भी हालात अनियंत्रित होने का ज्यादा अंदेशा नहीं है।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में 18 दिसंबर को कोरोना के 10 मामले सामने आए थे, जबकि एक्टिव केस 33 थे। इनमें से केवल तीन मरीज ही आईसीयू में थे। अगले दिन एक्टिव केस की संख्या घटकर 29 रह गए थे। इनमें से चार मरीज आईसीयू में भर्ती थे। वहीं 26 दिसंबर को एक्टिव केस की संख्या घटकर 26 रह गई। इनमें से केवल एक मरीज ही आईसीयू में भर्ती हैं। जीटीबी अस्पताल के निदेशक डॉ. सुभाष गिरी ने बताया कि पहले के अनुभव बताते हैं कि प्रभावित देशों में मामले घटने के बाद देश में मामले बढ़ते हैं। ऐसे में आशंका है कि 15 जनवरी के बाद मामले कुछ बढ़ सकते हैं, लेकिन स्थिति घातक होने की उम्मीद नहीं हैं। अधिकतर लोगों में हर्ड इम्युनिटी बन चुकी है। ऐसे में मामले ज्यादा बढ़ने की उम्मीद नहीं। हालांकि बचाव के लिए सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है।