देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे 61 सरकारी डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर उन्हें बर्खास्त कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। राज्य सरकार ने प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा (पीएमएचएस) संवर्ग में तैनात 61 चिकित्सा अधिकारियों को बाहर करने का आदेश गुरुवार को जारी कर दिया। ये सभी बिना प्राधिकरण के अनुपस्थित थे। अपर सचिव अमनदीप कौर ने एक अधिसूचना जारी की है।
इनमें से कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं जिनका मैदानी जनपदों से पहाड़ी जनपदों में तबादला कर दिया तो इन्होंने वहां ज्वाइनिंग ही नहीं दी। कई बार इनको नोटिस भी भेजे गये लेकिन इन्होंने उसका जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा जिसके बाद विभाग ने सेवा समाप्त करने का फैसला लिया। इसमें पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर, उधमसिंहनगर, टिहरी, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, चमोली के साथ ही उत्तरकाशी जनपद से जुड़े हुए डॉक्टर भी हैं। इसमें बांड और नॉन बांडधारी दोनों तरह के डॉक्टर हैं। इन डॉक्टरों की जगह जल्द नए डॉक्टरों की तैनाती की बात कही जा रही है। जिससे आम जनमानस को सुविधाओं के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया जा सके।
बता दें कि इससे पहले भी लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे 81 सरकारी डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। इसके साथ ही साल 2010 से 2015 के बीच विभाग में नियुक्ति पाने के बावजूद उपस्थित न होने वाले 426 डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी थीं।