वॉशिंगटन। ट्विटर के मालिक और अरबपति कारोबारी एलन मस्क मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। इंसानी दिमाग में चिप लगाने का दावा करने वाली एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक के खिलाफ अमेरिका में जांच शुरू कर दी गई है। अमेरिकी प्रशासन ने पशु-कल्याण कानूनों के संभावित उल्लंघन को लेकर एलन मस्क की मेडिकल डिवाइस कंपनी न्यूरालिंक के खिलाफ संघीय जांच शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के ही कुछ कर्मचारियों ने पशु परीक्षणों के बारे में सूचना दी और शिकायत की कि न्यूरालिंक पशु परीक्षण में जल्दबाजी कर रही है, जिससे पशुओं को अनावश्यक पीड़ा और मृत्यु हो रही है।
दरअसल, न्यूरालिंक कॉर्प एक मस्तिष्क प्रत्यारोपण (ब्रेन इम्प्लांट) विकसित कर रहा है। कंपनी आने वाले दिनों में इंसानी दिमाग में चिप लगाने का ट्रायल करने वाली है, जिससे लकवाग्रस्त लोगों को फिर से चलने और अन्य न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का इलाज करने में मदद मिलेगी। न्यूरालिंक की तरफ से दावा किया गया है कि इस चिप को लगाने के बाद कई तरह के रोगियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। दिमाग में चिप लगाने के साथ ही एक चिप रीढ़ में भी लगाया जा सकता है। इसके लिए कंपनी ने जानवरों पर परीक्षण किया है और कुछ जानवरों में ब्रेन चिप इंप्लांट की है।
सूत्रों के अनुसार संघीय अभियोजक के अनुरोध पर अमेरिकी कृषि विभाग के महानिरीक्षक द्वारा हाल के महीनों में कंपनी के खिलाफ संघीय जांच शुरू की गई है। एक सूत्र ने कहा कि कंपनी के खिलाफ यह जांच पशु कल्याण अधिनियम के उल्लंघन पर केंद्रित है, जो नियंत्रित करता है कि शोधकर्ता कुछ जानवरों का इलाज और परीक्षण कैसे करते हैं।
दरअसल, अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने बीते दिनों कहा था कि उनकी न्यूरालिंक कंपनी इंसानों के दिमाग में उपकरण लगाने (ब्रेन इम्प्लांट) का परीक्षण करने की जल्द ही अनुमति मांगेगी। मस्क ने कहा था कि उनकी टीम अमेरिकी नियामकों से उन्हें उपकरण का परीक्षण करने की अनुमति देने का अनुरोध करेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि कंपनी को लगभग छह महीने में परीक्षण के तहत मानव मस्तिष्क में उपकरण लगाने में सक्षम होगी।