गर्भावस्था के दौरान ही नहीं डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस वजह से डिलीवरी के बाद महिलाओं को अपने रूटीन में ऐसी एक्सरसाइज शामिल करनी चाहिए, जो उनकी सुविधा और प्रभावशीलता के बीच बेहतरीन संतुलन बनाने में मदद कर सकती हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसी एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं, जो डिलीवरी के बाद महिलाओं लिए लाभदायक साबित हो सकती हैं।
नियमित रूप से टहलने पर होगा बड़ा फायदा
डिलीवरी के बाद रोजाना कुछ मिनट टहलने से महिलाओं को सक्रिय और ऊर्जावान बने रहने समेत ऑक्सीजन स्तर को बेहतर बनाए रखने में काफी मदद मिल सकती है। सबसे अच्छी बात है कि इस एक्सरसाइज को किसी भी समय कहीं भी किया जा सकता है। कार्डियो एक्सरसाइज का यह रूप सहनशक्ति बढ़ाने और डिलीवरी के बाद महिलाओं को कई तरह के शारीरिक लाभ देने के साथ-साथ तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की कोर स्ट्रेंथ बहुत प्रभावित होती है और इसे ठीक करने में पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज काफी मदद कर सकती है। पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज जैसे प्लैंक, साइड-प्लैंक लेग-लिफ्ट्स, कैट-काउ टेबल टॉप्स और ग्लूट ब्रिज आदि एक्सरसाइज को महिलाएं डिलीवरी के बाद बिना किसी उपकरण के घर पर आसानी से कर सकती हैं। वैसे बेहतर होगा कि महिलाएं इन एक्सरसाइज को विशेषज्ञ की निगरानी में ही करें।
योग की भूमिका भी होती है अहम
शिशु को जन्म देने के कुछ दिनों या हफ्तों के बाद महिलाएं अपने रूटीन में कुछ मिनट का योगाभ्यास शामिल कर सकती हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि योग ऐसे होने चाहिए, जिनका अभ्यास करते समय शरीर पर अधिक दबाव न पड़े। योग डिलीवरी के बाद महिलाओं के शारीरिक स्वास्थ्य समेत मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सहायक साबित हो सकता है।
डिलीवरी के बाद इस एक्सरसाइज को करना महिलाओं के लिए आसान हो सकता है। इसके लिए पहले एक्सरसाइज मैट पर सीधे लेटकर दोनों हाथों को सीधा फर्श से चिपका कर रखें। अब अपनी सांस को सामान्य रखते हुए दोनों पैरों को ऐसे ऊपर की ओर सीधा करें कि शरीर से 90 डिग्री का कोण बन जाएं। अपने दोनों पैरों को इस स्थिति में 15 से 20 सेकंड के लिए रोक कर रखें और फिर प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं।
प्राणायाम से मिल सकते हैं कई फायदे
डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए रोजाना कुछ मिनट प्राणायाम का अभ्यास करना काफी लाभदायक साबित हो सकता है। खासतौर से यह एक्सरसाइज तनाव के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है। इसके लिए महिलाओं को रोजाना अनुलोम-विलोम, भ्रामरी या कपालभाति आदि का अभ्यास करना चाहिए। ये प्राणायाम एक जगह पर ध्यान केंद्रित कर दिमाग को शांत रखने में सहायक होते हैं और इससे तनाव से भी दूरी बनी रहती है।