देहरादून । उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में खाली पड़े पद जल्द भरे जायेंगे। स्वास्थ्य महानिदेशालय में हुई समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार एक्शन में दिखाई दिए। खामियों पर फटकार के साथ अच्छे कामों पर अधिकारियों की पीठ थपथपाते हुए भी स्वास्थ्य सचिव दिखाई दिए।
प्रभारी सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा स्वास्थ्य महानिदेशालय में स्वास्थ्य विभाग की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण को मद्देनजर रखते हुए दवाइयों की कमी को दूर किया जाए। प्रभारी सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने चिकित्सा इकाइयों में रिक्त पदों को शीघ्र-अति शीघ्र भरने के निर्देश दिए तथा नवसृजित व निर्माणाधीन चिकित्सा इकाइयों में पदों को सृजित कर शीघ्र भरें ताकि नव निर्माण चिकित्सा इकाइयों का लाभ आमजन को मिल सके।
प्रभारी सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा बताया गया कि प्राय यह देखा जा रहा है कि स्वास्थ्य इकाइयों में दवाइयों की कमी देखी जाती है जो कि निंदनीय विषय है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आवश्यक दवाइयों की उपलबद्धता सभी चिकित्सा इकाइयों में हो जिसके लिए पूर्व में कार्य योजना बने ताकि समय पर दवाइयों के स्टॉक की पूर्ण जानकारी हो।
बैठक में प्रभारी सचिव द्वारा हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर की समीक्षा की गई तथा 664 सी.एच.ओ. की नियुक्ति 15 दिन के भीतर सुनिश्चित कर आम-जनमानस को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मिल सके। उन्होंने जनपद हरिद्वार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भगवानपुर में दवा जलाने के प्रकरण का संज्ञान लेते हुए महानिदेशक स्वास्थ्य को तुरंत जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट, निदेशक डॉ. विनीता शाह, एन.एच.एम. निदेशक, डॉ. सरोज नैथानी, अनु सचिव जसविंदर कौर, अपर निदेशक डॉ. यू.एस. कंडवाल, अपर निदेशक डॉ. मीतू शाह, प्रभारी अधिकारी डॉ. अजय कुमार नगरकर, डॉ. पंकज सिंह, डॉ. अर्चना ओझा, डॉ. फरीदुज़फर, डॉ. सुजाता सिंह, डॉ. अभय कुमार, डॉ. कुलदीप मर्ताेलिया व अन्य अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।