मुंबई। सरकारी क्षेत्र की ‘महारत्न’ तेल विपणन कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने कहा कि उसने 250 टन प्लास्टिक के कचरे का पुनर्चक्रण कर उससे सडक़ निर्माण की सामग्री तैयार की है। कंपनी के अनुसार इस सामग्री से 27,000 वर्गमीटर सडक़ का निर्माण किया गया है।
कंपनी की जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक इस सामग्री का उपयोग बीपीसीएल के कॉर्पोरेट रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर (सीआरडीसी) द्वारा विकसित वेस्ट प्लास्टिक रोड (डब्ल्यूपीआर) के निर्माण में किया गया है। यह पहल पर्यावरण पर किसी भी प्रतिकूल प्रभाव को कम करने और खाद्य शृखला में इसके प्रवेश को रोकने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। कंपनी के अनुसार इस पहल से संगठन को आगे उनके ‘निवल शून्य’ कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्यों को पूरा करने और ‘स्वच्छ भारत मिशन’ अभियान में मदद मिलने की उम्मीद है।
बीपीसीएल को लगता है कि सडक़ निर्माण बुनियादी ढांचे मिशन में इस पहल का विस्तार न केवल अपशिष्ट प्लास्टिक प्रबंधन के मुद्दे को दूर करने में सहायक साबित होगा, बल्कि जीएचजी उत्सर्जन को और कम करेगा और सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देगा।
इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए, बीपीसीएल ने हाल ही में मुंबई, महाराष्ट्र के पास पाटन साई में अपने एक नये फ्यूल स्टेशन में सडक़ बनाने की डब्ल्यूपीआर प्रक्रिया का उपयोग करने का उपक्रम किया है, जिसका निकट भविष्य में विस्तार होगा। 250 टन मिश्रित अपशिष्ट प्लास्टिक के उपयोग से छह राज्यों में लगभग 27,032 वर्गमीटर सडक़ों का विकास किया गया है।