टेनिस एल्बो कोहनी में होने वाले दर्द का एक प्रकार है। यह एक दर्दनाक स्थिति होती है जो कोहनी के अत्यधिक इस्तेमाल के कारण विकसित हो सकती है। यह रोग सबसे अधिक टेनिस खेलने वाले खिलाडिय़ों में होता है और इसी वजह से इसका नाम टेनिस एल्बो रखा गया है। टेनिस एल्बो दर्दनाक स्थिति है। जब कोहनी के बाहर के टेंडन यानी मांसपेशी को एक हड्डी से जोड़ से जोडऩे वाले ऊतक, पर या कोहनी के पास ऊपरी बांह की तरफ चोट लगने के कारण दर्द की स्थिति बनती है, तो इसे डॉक्टरी भाषा में टेनिस एल्बो या लेटरल एपिकॉन्डिलाइटिस कहा जाता है । रैकेट का उपयोग करने वाले, गोल्फ खेलने वाले और टेनिस खेलने वालों में यह समस्या आम है। कहा जाता है कि यह चोट उन लोगों में आम है, जो बहुत अधिक टेनिस या अन्य रैकेट खेल खेलते हैं, इसलिए इसका नाम टेनिस एल्बो है।
टेनिस एल्बो होने का कारण
* जो लोग रैकेट खेलते हैं, उन्हें कोहनी के बाहर के टेंडन को चोट लगने की सबसे अधिक संभावना होती है।
प्तकोहनी का या मांसपेशियों का बार-बार उपयोग करते रहने पर टेंडन में छोटे छोटे टिअर्स बन जाने पर भी
इसकी समस्या हो सकती है।
* कोई भी ऐसी गतिविधि जिसमें बार-बार कलाई को घुमाना शामिल है, टेनिस एल्बो का कारण हो सकता है।
जैसे कि पेंटर, प्लंबर, श्रमिक, रसोइया और कसाई के कार्य।
* यह स्थिति कंप्यूटर की-बोर्ड पर बार-बार टाइप करने और माउस के प्रयोग के कारण भी हो सकती है।
टेनिस एल्बो के लक्षण
* कलाई का इस्तेमाल करते समय दर्द का अनुभव होना।
* किसी से हांथ मिलाते समय दर्द होना।
* किसी भी वस्तु को उठाने पर कमजोर पकड़ का होना।
* कोई सामान उठाने पर भी कलाई और कोहनी के बीच वाले हिस्से में दर्द होना।
* हाथ को फैलाते समय दर्द महसूस होना।
* कोहनी के आसपास की मांसपेशियों में अकडऩ का अनुभव भी हो सकता है।
टेनिस एल्बो का उपचार
फिजियोथेरेपी: टेनिस एल्बो के कारण होने वाले दर्द और इसके प्रभाव को कम करने के लिए फिजियोथेरेपी भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसमें हाथों के व्यायाम की सलाद दी जा सकती है।
दवाएं: दर्द और सूजन की स्थिति को कम करने के लिए डॉक्टर नॉन-स्टेरायडल एंटीइंफ्लेमेटरी दवाएं लिख सकता है, जिनका उपयोग मौखिक रूप से किया जा सकता है।
बर्फ से सिकाई: प्रभावित क्षेत्र पर बर्फ लगााने से यह रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं जिससे दर्द में कमी महसूस होती है। दिन में कई बार 15 से 20 मिनट के लिए बर्फ का प्रयोग सिकाई के लिए किया जा सकता है।
मालिश: मालिश करने पर यह रक्त संचार और कोशिका की गतिविधि को बढ़ा सकती है, डीप-फ्रिक्शन मसाज फाइब्रोब्लास्ट गतिविधि को बढ़ा कर नए कोलेजन उत्पन्न करने का कार्य करती है। वैज्ञानिक रिपोर्ट के अनुसार कम से कम दस मिनट मसाज करने से दर्द कम हो सकता है साथ ही ताकत और गतिशीलता में वृद्धि हो सकती है।
आराम: टेनिस एल्बो के दर्द से बचने के लिए डॉक्टर आराम करने की सलाह दे सकते हैं। रोगी को हर 15 मिनट में 1 मिनट का ब्रेक और हर 20- से 30 मिनट के कार्य के बाद 5 मिनट का ब्रेक लेने की सलाह दी जाती है। यह कमी लंबी अवधि के दर्द और अक्षमता को रोकने में मददगार हो सकता है।