दिल्ली- एनसीआर। बहुचर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को श्रद्धा के शव के टुकड़े करने पर कोई पछतावा नहीं है। उसका कहना है कि उसने अपने बचाव में यानि खुद को बचाने के लिए शव के टुकड़े किए थे। उसके पास शव को ठिकाने लगाने का कोई और चारा नहीं था। हालांकि उसे श्रद्धा की मौत पर पछतावा जरूर है। उसका कहना है कि उसे उसकी मौत पर पछतावा है। उसकी किस्मत खराब है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसका श्रद्धा से मुंबई के समय से ही झगड़ा होना शुरू हो गया था। श्रद्धा उसे बर्तनों से मारती थी तो वह उसे थप्पड़ मारता था।
इस झगड़े में उसने श्रद्धा की हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी पूछताछ में हंसता रहा। पुलिस उसे मना करती थी तब भी वह हंसता रहता था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी बहुत ही तेज दिमाग का है। वह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। वह सोच-समझकर हर बात कर जवाब देता है। इस बीच मृतका के शव के टुकड़े बरामद करने में जुटी पुलिस को बुधवार को भी श्रद्धा का सिर व धड़ नहीं मिला है। पुलिस इन अंगों की जोर-शोर से तलाश कर रही है। हालांकि महरौली के जंगल में काफी जंगली जानवर हैं। ऐसे में संभावना है कि शव के टुकड़ों को जानवर खा गए होंगे।
आरोपी आफताब की पांच दिन की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है। इस दिन पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी की रिमांड और बढ़वाई जाएगी। पुलिस को अभी और सबूत एकत्रित करने हैं। श्रद्धा के शव के और हिस्से भी बरामद करने हैं। इस मामले में मुंबई पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। मृतका के पिता विकास मदन वालकर को 15 सितंबर को पता लग गया था कि श्रद्धा गायब है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अगले दिन ही मुंबई में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुंबई पुलिस ने जांच के नाम पर काफी समय खराब कर दिया। मुंबई पुलिस 9 नवंबर को दिल्ली पुलिस के पास पहुंची थी। दिल्ली पुलिस ने करीब चार दिन में पूरे केस का खुलासा कर दिया।