बुद्धा हैंड फ्रूट कई लोगों के लिए अनजाने फलों की सूची में शुमार होगा। यह फल एक बार पकने के बाद हाथ की उंगलियों की तरह लंबे अलग-अलग जाल में विकसित हो जाता है और कई जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। इसलिए इसे डाइट में शामिल करना लाभदायक हो सकता है। आइए जानते हैं कि इस फल के सेवन से क्या-क्या स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिल सकते हैं।
दर्द निवारक के रूप में करता है काम
बुद्धा हैंड फ्रूट का उपयोग सदियों से दर्द निवारक के रूप में किया जाता आ रहा है। इस फल में पाए जाने वाले कार्बनिक यौगिक और दर्द निवारक एजेंट जैसे कि कूमारिन, बर्गप्टन, डायोसमिन और लिमोनिन दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये यौगिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण की तरह काम करके सर्जरी, चोट, मोच, घाव आदि के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। यह घाव भरने की प्रक्रिया को भी तेज करता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार
अगर आप इस फल को अपने दैनिक आहार में शामिल करते हैं तो यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक है। इसमें एक विशिष्ट पॉलीसेकेराइड होता है, जो मैक्रोफेज की माइक्रोब स्कैवन्ज गतिविधि को बढ़ाने में मदद करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता की गति समेत प्रभावशीलता को बढ़ाता है। एक प्रभावी रोग प्रतिरोधक क्षमता सर्दी और फ्लू जैसे संक्रमणों से भी बचाती है और कई बीमारियों से सुरक्षित रखती है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्याओं से बचाव
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर बुद्धा हैंड फ्रूट आंत और पेट की सूजन को कम करने में मदद करता है। यह ऐंठन, पेट दर्द, दस्त, सूजन और कब्ज से राहत देता है। यह स्वास्थ्यवर्धक फल आंतों की मांसपेशियों को आराम देने में भी मदद करता है, जिससे उचित पाचन को बढ़ावा मिलता है। इसमें उच्च मात्रा में डाइटरी फाइबर मौजूद होता है जो आंत में पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है।
श्वसन संबंधी समस्याओं का करे इलाज
पोषक तत्वों से भरपूर यह फल श्वसन संबंधी समस्याओं के इलाज में अत्यधिक प्रभावी है। इसके अतिरिक्त, यह अत्यधिक खांसी की समस्या के लिए एक तेज और दर्द रहित इलाज प्रदान करता है। यह समस्या कफ या सर्दी या किसी अन्य श्वसन समस्या पैदा करती है। अधिक लाभ के लिए फल का सेवन करने से पहले इसे मीठे पानी में भिगो दें।
हाई ब्लड प्रेशर को करता है नियंत्रित
यह फल एक वाहिकाविस्फारक के रूप में कार्य करता है और आपके शरीर में कोरोनरी रक्त वाहिकाओं को आराम देने और फैलाने में मदद करता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है और एथेरोस्क्लेरोसिस विकसित करने या स्ट्रोक या दिल के दौरे जैसी समस्याओं के जोखिम को कम करता है। यह आपके कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को बेहतर भी करता है।