HIMANSHU PWAR ————: कोरोना वायरस के कारण पहले 21 दिन का लॉक डाउन और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 19 दिन का लॉक डाउन बढ़ा दिया गया.लॉक डाउन तोड़ते हुए देश के नागरिक को लगभग हर शहर में देखा होगा। पुलिस किस तरह लोगों पर डंडों से मुर्गा बनाकर और साईकिल सर पर रखवा कर अन्य तरीकों से सजा दे रही है.
लेकिन आप अचंभे में रह जाएंगे कि देश का लॉक डाउन को तोड़ने पर विदेशी जो अमेरिका मैक्सिको आस्ट्रेलिया इजराइल के नागरिक हैं ऐसे लोगों को भी लॉक डाउन कानून का पालन नहीं करने पर इस राज्य की पुलिस ने ऐसी सजा दी कि यह विदेशी उम्र भर इस सजा को भूल नहीं पाएंगे।
दरअसल ऋषिकेश में गंगा के तट पर बहुत सारे विदेशी नागरिक रहते हैं जो गंगा मां की अविरल धारा को बहते हुए गंगा किनारे बैठकर सुकून लेते हैं लेकिन लॉक डाउन के बाद अब किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. उत्तराखंड के ऋषिकेश में आम लोगों के लिए जरूरी काम निपटाने के लिए 6 घंटे की छूट है लेकिन इस छूट का फायदा उठाते हुए अमेरिका मैक्सिको आस्ट्रेलिया और इजराइल सहित कई अन्य देशों के विदेशी नागरिक गंगा तट पर तपोवन के पास घूमने निकल गए स्थानीय पुलिस की नजर से यह विदेशी नहीं बच पाए. तपोवन चौकी के इंचार्ज अपनी टीम के साथ जब इलाके की पेट्रोलिंग कर रहे थे उसी दौरान उनकी नजर विदेशी सैलानियों पर पड़ी जो गंगा किनारे टहल रहे थे.चौकी इंचार्ज ने जब विदेशी सैलानियों से पूछा कि आप लॉक डाउन में इस तरह नहीं घूम सकते क्या आपको मालूम है तो उनका जवाब था नहीं हमें मालूम नहीं था.
इसके बाद चौकी इंचार्ज ने सफेद पन्नों का एक बंडल मंगाया यह मंडल मौके पर मौजूद 10 विदेशी सैलानियों को थमा दिया विदेशी नागरिको को फिर जो सजा दी शायद उनको जिंदगी भर याद होगी। चौकी इंचार्ज ने हर एक विदेशी सैलानी से 500 500 बार आई एम सॉरी आई डू नॉट फॉलो रूल्स यानी के( में कानून का पालन नहीं करने पर माफी मांगता हूं) लिखवाया पुलिस का मानना है कि इस तरह की सजा ज्यादा प्रभावी होती है.