दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल को जमातीयो को दिल्ली से उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर ले जाते हुए गिरफ्तार किया। कोरोना महामारी को देखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिन का लॉक डाउन किया गया था. उसके बाद निजामुद्दीन की तबलीगी जमात सेंटर में कोरोना वायरस के पॉजिटिव के जमाती मिले थे. जिसके बाद में दिल्ली में एकाएक कोरोनावायरस का प्रकोप और ज्यादा बढ़ गया था। कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते कदम से हर कोई घबरा रहा था.
गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे ही कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पोलिस का यह कांस्टेबल अपनी वर्दी की पावर का इस्तेमाल कर निजमाद्दीन जमात के जमती को दिल्ली से निकालने में मदद कर रहा था. पकड़े गए सभी लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. पुलिस के एक कांस्टेबल सहित नौ लोगों गाजियाबाद बॉर्डर के पास जामतियो को बॉर्डर पार करते गिरफ्तार कर लिया। इस कांस्टेबल का नाम इमरान है.
गाजियाबाद पुलिस का आरोप है कि इमरान 8 जमातियों को दिल्ली बॉर्डर पार कराने में मदद कर रहा था. पुलिस ने सभी लोगों को हिरासत में लेकर क्वॉरेंटाइन मैं भेज दिया है. गाजियाबाद के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कांस्टेबल इमरान के साथ पकड़े गए सभी कोरोना संदिग्ध को लोनी के चौधरी नर्सिंग होम में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. सूत्रों के अनुसार इमरान अशोक विहार लोनी गाजियाबाद का रहने वाला है. दिल्ली पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश में जुटी है. लेकिन अब गाजियाबाद पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी है. दिल्ली पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई कर रही है लेकिन आधरिक रूप से अभी तक दिल्ली पुलिस का कोई बयान सामने नहीं आया.