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विनय अग्रवाल, चंदौसी मुस्लिम नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने के चलते मीडिया पर भी उठाने लगे उंगली निजामु्दीन मरकज के बड़े खुलासे के बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और ए आई एम् आई एम् के नेता असुद्दीन ओवैसी ने जिस तरह से खुले आम जमात के पक्ष में बयान बाजी करते हुए मीडिया को एक समुदाय के खिलाफ कवरेज करने व मुस्लिमो को निशाना बनाने का जो आरोप लगाया है उससे यह बात साफ है की मुस्लिम समाज के नेता विश्व व्यापी महामारी पर किस तरह से राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हुए है जिसके चलते उल्टे सीधे बयान देकर देश की मीडिया पर उंगली उठा कर अपना वोट बैंक साधने मैं लग गए है जो की मुस्लिम समाज के हित में नहीं है ।
पिछले कई दिनों से देश की मीडिया में निजामुद्दीन के तबलीग जमात का मरकज चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि मरकज में शामिल काफी लोग कोराना संक्रमित पाए गए हैं साथ काफी संख्या में यह लोग देश के विभिन्न हिस्सों में चले गए है जिससे देश भर में कोराना का संक्रमण फैलने के आसार बढ़ने लगे हैं जिसके चलते देश की राज्य सरकारों ने इन लोगो को चिन्हित कर इन लोगो के खिलाफ कार्यवाही करनी शुरू कर दी है। - निजामुद्दीन तबलीग जमात के खुलासे पर देश की मीडिया ने जब हकीकत भरी ख़बरें दिखानी शुरू की तो देश के कुछ मुस्लिम नेताओं को कुछ ज्यादा ही मिर्ची लग गई जिसमे नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने जमात के पक्ष में तीन ट्वीट करते हुए कहा की ” अब कुछ लोगो के लिए तबलीग जमात सबसे आसान बहाना बन जाएगा जिससे की अब हर जगह मौजूद मुस्लिमो को गाली दे सके जैसे मुस्लिमो ने है कोराना पैदा किया हो और पूरी दुनिया में फैला दिया हो” साथ जमात का पक्ष लेते हुए यह भी लिखा की तबलीगी जमात इस तरह गैर जिम्मेदार नहीं है
- वहीं ए आई एम् आई एम् के नेता असुद्दीन ओवैसी ने तो निजामुद्दीन मरकज मामले का ठीकरा मीडिया पर ही फोड़ते हुए कहा है कि ” मीडिया को इस दौरान हुए राजनीतिक तमाशों और पूजा पाठ की भीड़ नहीं दिखती बस तबलीगी जमात ही दिखती है” ।आज जब विश्व स्वास्थ संगठन व तमाम विशेषज्ञ कोराना से बचाव के लिए सामूहिक रूप से इकट्ठा होने की मनाही कर रहे हैं जिससे की कोराना को बड़े स्तर पर फैलने से रोका जा सके वहीं हिंदुस्तान के मुस्लिम धर्म से जुड़े राजनीतिक दलों के नेता आज मौतों पर भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने से बाज़ नहीं आ रहे और तबलीगी जमात की गलती ना बताते हुए कोई मीडिया को कोस रहा है तो कोई सिर्फ मुसलमानों पर उंगली उठाने का आरोप लगा रहा है वाह मान गए .
- उमर अब्दुल्ला और ओवैसी साहब कोई राजनीति सीखे तो आपसे सीखे किस तरह से आप लोग मुस्लिम समाज की हमदर्दी पाने के लिए सच्चाई को कितनी आसानी से झुठला रहे हो काश आप पाकिस्तान के नागरिक होते तो आपको अपनी राजनीतिक हैसियत भी पता चल जाती कभी तो आप अपने मुस्लिम समाज के हित की बात भी सोच लिया करो क्योंकि यदि यह वायरस मुस्लिम समाज में फैला तो कितना नुकसान आपके समाज का होगा लेकिन शायद आप लोग सिर्फ वोट बैंक की राजनीति ही करते हो इसलिए आपके सिर्फ एक ही चश्मा लगा रहता है वो भी मुस्लिम समाज का कम से कम आप देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ही कुछ सीखिए जिन्होंने कोराना संकट पर विदेशो में फंसे हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई समाज के लोगो को धर्म के चश्मे से ना देखते हुए सिर्फ देश के नागरिक होना देखा ना और शायद विदेशो से सबसे ज्यादा मुस्लिमो को अन्य देशों से अपने देश लाए ।
- आम पक्ष लेते हुए इस मामले को धर्म से जोड़ रहे हैं वो देश के साथ अपने मुस्लिम समाज का भी अनर्थ कर रहे क्योंकि यह कोराना वायरस किसी धर्म को देख कर अपना शिकार नहीं बनाता इसी लिए मेरा इन नेताओ से आग्रह है की वो अपने समाज व देश हित में इस तरह की अनर्गल व देश विरोधी बयान बाजी ना करे बल्कि कोराना पर अपने समाज को जागरूक करने का प्रयास करे साथ ही अपने समाज से कोराना पीड़ित लोगो की सेवा करके मानवता का उदाहरण पेश करें यही इनके समाज के हित में होगा ।
विनय अग्रवाल, चंदौसी