You are here
Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > सरकार फैल,देश के सभी मेट्रो सिटी से लोग पैदल ही अपने घर की और जा रहे है 

सरकार फैल,देश के सभी मेट्रो सिटी से लोग पैदल ही अपने घर की और जा रहे है 

Share This:

Naresh Tomar ———

देश के बाहर के लोग जहाज से आयगे और देश के गरीब पैदल  ही अपने घर जायगे आज सबसे बड़ा सवाल सबके सामने होगा आखिर सर्कार की किसी तैयारी थी। अब तो यही लगता हे की गरीब हर बार मरता है। और शायद इस बार भी यही हो रहा है। सरकार ने लॉकडाउन करने के पहले शहर के मजदूरों के बारे में कोई ठोस रणनीति तैयार नहीं की। जिसका खामयाजा उन लोगों को उठाना पड़ रहा है जो शहर से सैकडों किलो मीटर दूर अपने गाँव की ओर पैदल ही चले जा रहे हैं। यह कोई दिल्ली NCR का मामला नहीं कमोवेस् हिंदुस्तान के हर शहर का आलम है। खराब मौसम होने की वजह से सैकड़ों की संख्या में लोग बारिश में भीगने को मजबूर हैं। उनके साथ छोटे मासूम बच्चे व महिला भी तेज बारिश का हुई शिकार हो रहे हैं। अच्छा ऐसी आफत की घड़ी में कुछ पुलिसकर्मियों का उन बेचारे गरीबों के उपर विशेष व्यौहार आग में घी का काम कर रहा है।

सरकार ऐसे लोगों के लिए पुलों के नीचे अस्थाई रैन बसेरा बना कर ठहरा सकती थी। सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में ठहरने की व्यवस्था की जा सकती थी। और वहीं उनके स्वास्थ्य और भोजन की व्यवस्था हो जाती। तो शायद इस वर्ग को इतनी बड़ी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। मेट्रो सिटी में काम करने वाले गरीब और मजदूर वह खुद का छोटा-मोटा काम करने वाले अन्य राज्य से आए सभी ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों के सामने आज सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. वह करोना जैसी महामारी के कारण देश में जो 21 दिन का लॉक डाउन हुआ है. उससे कैसे बचे कैसे अपना पेट भरे उनको सीधा सा रास्ता दिखाई देता है कि वह किसी न किसी तरह अपने गांव पहुंच जाएं। यह स्थिति केवल दिल्ली की ही नहीं है बल्कि देश के विभिन्न राज्यों की राजधानी और मेट्रो सिटी में सभी जगह देखने को मिल रही है.

 

सरकार को चाहिए कि वह ऐसे लोगों को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने का कार्य करें।जिस तरह देश के बाहर जो लोग को कोरोना की वजह से फंस गए थे.उनको जहाज के द्वारा भारत लाया गया।  ऐसी स्थिति आज छोटे स्तर पर हम मान सकते हैं कि जो ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीब मजदूर लोग हैं वह आज ऐसे ही बड़े शहरों से अपने गांव में जाना चाहते हैं. सरकार अपनी जिम्मेदारी कितनी अच्छी तरह से निभाती है. यह जब पता लगेगा जब यह मजदूर अपने गांव में पहुंच जाएंगे।

स्थानीय पुलिस अपने स्तर पर ऐसे गरीब लोगो की मदद जरूर क्र रही है  लकिन सैकरी स्तर पर अभी तक कोई ऐसी तैयारी नहीं दिख रही हे दिल्ली यूपी बोदर पर लोग इक्कठे  हो गए हे है कुछ बस की व्यवस्था जरूर की गयी है

Leave a Reply

Top