देश के लोगो के सामने यह गुहार आरएसएस के वेस्टन यू पी और उत्तराखंड के प्रचार प्रमुख ने देश के लोगो से की है. वह घर में रहे क्योकि , यह देश मेरा धरा मेरी गगन मेरा…..
कोरोना जिसे माहमारी से बचना हे तो मोदी के कहे अनुसार 21 दिन तक अपने घर पर रहने का पालन देश की जनता को करना चाहिए इस दौरान “एकान्तवास” (lockdown) में हम अपना व परिवार का ध्यान रख रहे है साथ ही जिस देश समाज की सेवा के लिये हमने शिक्षण/प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उस समाज की सेवा के लिये भी हर समय किसी भी आवश्यकता के लिये तैयार रहें। जिस प्रकार गण में सबसे अंतिम स्वयंसेवक अग्रेसर को संख्या देने जाता है तो सबसे पहले अपने को गिनता है उसी प्रकार किसी की भी मदद के लिये “मैं” सर्वप्रथम आगे आऊंगा “मेरे” द्वारा यह कार्य किया जायेगा इस भाव को जीवंत कर स्वयं को गाँव/गली/नगर/मोहल्ला/कस्बे ( छोटी ईकाई )
की सेवा के लिये तैयार करे।
अपेक्षित/करणीय कार्य
~ अपने आस-पड़ोस में जानकारी करना किसी को सामान/राशन/दवाई की आवश्यकता है, कोई वृद्धजन बड़े बुजुर्ग हो सकते है बाहर नही जा सकते उनकी चिंता करना।
~ जो बाहर अनावश्यक घूम रहे है इस एकांतवास का पालन नही कर रहे उनको प्रेम से समझाना जागरूक करना की यह क्यों आवश्यक है।
~ अपने आस-पास में कोई भूखा है, रहने का स्थान है या नही इसको भी ध्यान में रखना।
~ कोई बीमार हो वह चिकित्सा सेवा की पहुँच में न हो, या वह कोरोना या किसी अन्य बीमारी के कारण अपने को बंद किये हुए हो इस स्थिति में जागरूक कर उचित सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास करना।
~हम सब एकांतवास (lockdown) में है किंतु अपने चारों ओर रहने वाले कुत्ता/गाय/बंदर आदि बाहर घूम रहे है, उनके लिये अपने घर के बाहर कुछ रोटी/ब्रेड आदि हम रख सकते है, ये भी अपनी दिनचर्या के साथी है इनका भी ध्यान रखना।
अपने मित्रों के साथ मिलकर उपरोक्त में सुझाये गए यह उपकार के कार्य में लगे और सुनिश्चित करें कि किसी भी रूप में आपके द्वारा सरकार के आदेश की व शासन प्रशासन के कार्य मे अवेहलना न हो, देश समाज पर आई इस विपत्ति में हम सब मिलकर अपनी जिम्मेदारी समझे,यही एक सच्चे देशभक्त का कर्तव्य है।