नरेश लोधी — बिजनौर : बिजनौर जिले के नगीना सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज पारस को आज कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने के चलते जेल भेज दिया गया है. मनोज पारस नगीना सीट से सपा के विधायक है. लगातार कोर्ट से गैरहाजिर चल रहे थे मामला 2008 में मुरादाबाद के छजलेट थाना क्षेत्र में हुए विवाद के नाम से याद किया जाता है. यह विवाद 2008 में उस समय हुआ जब पुलिस ने रामपुर के मौजूदा सांसद आजम खान की गाड़ी को चेक करने के लिए रोक लिया था .
उस दौरान आजम खान सपा सरकार में अपना एक अलग ही रुतबा रखते थे। वह सपा सरकार में प्रदेश के सबसे दमदार नेता के रूप में जाना जाता था।आज के रामपुर के सांसद और उस समय आजम खां की गाड़ी को चेक करने के लिए रोकना इतना भारी पड़ा कि सपा नेताओं ने रोड को जाम कर दिया। पुलिस ने इस जाम को खुलवाने की कोशिश की लेकिन पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किए गए इस मामले में पुलिस ने विधायक मनोज पारा समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था जिसमें सांसद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला का नाम भी शामिल है.
कोर्ट ने सपा विधायक मनोज पारस को बवाल के मुकदमे में भेजा जेल
29 जनवरी को हाईवे पर जाम लगाने के मामले में मनोज पारस आज सुबह 11:00 बजे मुरादाबाद के एडीजे दूध एमपी एमएलए कोर्ट के सामने सरेंडर किया। इसके बाद कई घंटे तक कोर्ट में खड़े रहने के बाद उनके वकील की तमाम तथ्य देने के बाद भी विधायक को जमानत नहीं मिली। दरअसल वह लगातार 3 तारीख को से कोर्ट से गैरहाजिर चल रहे थे कोर्ट ने कोर्ट के विशेष न्यायाधीश अनिल कुमार विशिष्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए उनके गैर जमानती वारंट को निरस्त कर दिया। उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया जिसके बाद पुलिस कोर्ट से ही उन्हें जेल ले कर चली गई.