बलिया के जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण के दौरान बेसिक शिक्षा की कलाई खुली गणित के बेसिक सवालों पर उलझे ,शिक्षको के योग्यता पर ही बट्टा लगा गया|
बेसिक सिक्षा के जरिये बच्चो को शिक्षित करने के लिए सरकार करोड़ों रूपये खर्च कर रही और साथ ही शिक्षको को भारी भरकम वेतन भी दिया जाता है|
औचक निरिक्षण करने पहुंचे डीएम ने गणित विषय के भिन्न का सवाल ½ बड़ा है या 4/5 बड़ा है तो वहां मौजूद महिला शिक्षक जवाब नही दे पाई
ऐसे में बच्चो को शिक्षा देने वाले शिक्षक कितने शिक्षित है इस बात का खुलासा किया बलिया के डीएम श्रीहरी प्रताप शाही ने| दरअसल उच्च प्राथमिक विद्यालय दुबहड़ का औचक निरिक्षण करने पहुंचे डीएम ने गणित विषय के भिन्न का सवाल ½ बड़ा है या 4/5 बड़ा है तो वहां मौजूद महिला शिक्षक जवाब नही दे पाई गणित के कुछ ऐसे ही सवालों के साथ विद्यालय के दो और शिक्षक क्लास रूम में पहुंचे पर गणित के सवालों पर गणना नही कर पाए| डीएम बलिया बेसिक शिक्षा के बेसिक सवालो के जरिये छात्रो के सामने ही शिक्षको को उनकी योग्यता दिखाते रहे और शिक्षक खामोस खड़े रहे|
जिलाधिकारी ने गणित के अंश और हर के फार्मूले पर सवाल को अध्यापिका से हल करने को कहा
ऐम्बियेंस पर सवाल पूछते हुए बलिया डीएम बलिया यही नही रुके जिलाधिकारी ने गणित के अंश और हर के फार्मूले पर सवाल को अध्यापिका से हल करने को कहा ऐसे में शिक्षका ने चाक तो उठाई पर अंश मात्र भी नही लिखा और हार मान गयी| गणित के इन सवालो के जरिये जिलाधिकारी ने बेशिक शिक्षा की कलई खोल दी कि जब शिक्षको को ही नही पता तो वो बच्चो को क्या शिक्षा देंगे| ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ऐसे ही शिक्षको के जरिये बेसिक शिक्षा विभाग बच्चो के बेहतर शिक्षा और भविष्य देने की बात करता है जहा शिक्षको को सब्जेक्ट का बेसिक नालेज भी नही है|।
With thanks & Regards,AMIT KUMR BALIYA