रमाला (बागपत)। कंडेरा गांव के किसान परिवार की बेटी आरती तोमर देश की नौवीं महिला फाइटर पायलट बन गई हैं। हैदराबाद के डूंडीगल स्थित एयरफोर्स एकेडमी में संयुक्त स्नातक परेड के दौरान वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने आरती को बैज पहनाकर सम्मानित किया। आरती बागपत जिले की पहली महिला फाइटर पायलट हैं।
आरती के दादा किसान और पिता सीआईएसएफ में हवलदार के पद पर कार्यरत हैं। आरती का चयन डेढ़ वर्ष पहले एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर हुआ था। इसके बाद हैदराबाद के डूंडीगल स्थित एयरफोर्स एकेडमी में ट्रेनिंग चली। 21 दिसंबर को एकेडमी में पासिंग आउट परेड हुई, जिसमें आरती तोमर फाइटर पायलट चयनित हो गईं। देश को कुल 127 फ्लाइट कैडेट मिले हैं, जिनमें आरती तोमर भी शामिल हैं। आरती की सफलता पर गांव में जश्न का माहौल है। आरती का कहना है कि इंजीनियरिंग के दूसरे साल में उन्होंने एयरफोर्स में जाने का सपना देखा। लक्ष्य तय किया और इसके बाद कड़ी मेहनत की। पिता प्रमोद और माता सरोज ने उनका हौसला बढ़ाया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अवनी चतुर्वेदी मेरी प्रेरणा, बेटियों को उड़ने दें
आरती तोमर बताती हैं कि उन्हें पहली फाइटर पायलट अवनी चतुर्वेदी से प्रेरणा मिली। साल 2016 में उन्होंने अवनी के विषय में पढ़ा। इसके बाद तय किया कि उन्हें भी फाइटर पायलट ही बनना है। फाइटर पायलट बनकर वह बेहद खुश हैं। आरती कहती हैं कि बेटियों को घर से निकलने दें, उन्हें खुला आसमान और बेहतर माहौल दें। परिवार की बंदिशें कम हों, शिक्षा का सही माहौल मिले तो सब कुछ संभव है। ग्रामीण अंचल में आज भी परिवार के लोग संकोच की भावना रखते हैं। जब तक परिवार और माता-पिता नहीं बदलेंगे, तब तक बेटियों को कैसे कामयाबी मिलेगी।