नरेश तोमर, संसद के शीतकालीन सत्र के 11वें दिन सोमवार को संसद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) द्वारा 10वीं और 12वीं की परीक्षा को पैटर्न में बदलाव पर चर्चा की गई। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षा के पैटर्न में बदलाव करेगा।
निशंक लोकसभा में सांसद केशारी देवी और चिराग पासवान के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने सीबीएसई बोर्ड के बदलाव के बारे में जानकारी दी। निशंक ने बताया कि प्रश्नों की संख्या घटाने और वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (ऑब्जेक्टिव) की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ हर विषय के आंतरिक मूल्यांकन जैसे बदलावों पर बोर्ड जोर देगा। परीक्षा में 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ (ऑब्जेक्टिव) प्रश्न और 10 फीसदी प्रश्न रचनात्मक विचारों से संबंधित पूछे जाएंगे। मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि बोर्ड यह कदम छात्रों में रचनात्मकता और विश्लेषणात्मक क्षमता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से उठाने जा रहा है। यह बदलाव 10वीं और 12वीं की 2020 में होने वाली परीक्षा में देखने को मिलेंगे।