नरेश तोमर, टिहरी जिले के ब्लाक प्रतापनगर के अंतर्गत उंची पहडियों के बीच कृष्णा भागवान की तपस्थली सैम मुखेम के समीप ढुगढुगी धार में मिला आश्चर्य जनक पत्थर।
उत्तराखंड को देवभूमि इसलिये कहा जाता है कि यह पर देवताओं का वास है और यह कई तरह के आश्चर्य चीज देखने को मिलती रहती है। आपको बता दे कि कि कृष्णा भागवान की तप स्थली सैम मुखेम मन्दिर देश बिदेशो में प्रसिद्ध हे ओर यह पर हर समय श्रद्धालुओ की भीड लगी रहती हे इसी के समीप एक किलोमीटर की दूरी पर ढुगढुगी धार में एक आश्चर्य पत्थर हैं इस पत्थर की खासियत यह हे कि इस पत्थर पर पूरी ताकत लगाओ तो हिलता नही हे और हाथ की उगलियो से हल्की ताकत लगाओ तो पत्थर हिलने लग जाता हैं।
टिहरी गढवाल के प्रतापनगर तहसील में समुद्रतल से 7000 हजार फीट की उचांई पर पहडियो के बीच भगवान श्री कृष्णा के नागराजा के स्वरूप का मन्दिर है।
इस पत्थर तक पहुंचने के लिये टिहरी जिला मुख्यालय टिहरी से लम्बगाव ओर 10 किलोमीटर आगे कोडार होते हुये तलबला सेम तक वाहन से पहुंचा जाता है। उसके बाद खडी चढ़ाई पैदल चलकर सेम मुखेम मन्दिर तक पहुंचते हैं उसके बाद ढुगढुगीधार पहुंचकर पत्थर को देख सकते हैं।