बात करते हैं यू पी बलिया जनपद में शादी अनुदान योजना यानि किसी ग़रीब परिवार का घर बसाने के लिए सरकार की एक अनोखी पहल मानी जा रही हैं मगर जनपद में यह योजना भी फर्जीवाड़ा और भ्र्ष्टाचार की भेट चढ़ गई हैं। लाख सरकार दावा करती हो मगर योजना पर लूट की प्रवृति पूरी तरह से हावी हैं यहाँ एक ही दुबहड़ ब्लाक में शादी अनुदान योजना को मूर्तरूप देने की जिम्मेदार कर्मचारी और अफसरों ने सारे मानक को ताख पर रख दिया हैं। और वित्तीय वर्ष 2018 से 2019 में सम्पूर्ण जिले के लाभार्थियों के लिए आवंटित धनराशि को गबन की नियत से बड़ी संख्या में अपात्रो को पात्र बनाकर पोर्टल पर अपलोड करने का खेल किया गया हैं। ब्लाक के बीडीओ ने भुगतान के लिए भेज दिया था। ब्लाक का एक मामला जब प्रकाश में आया तो विभागों में हड़कम्प मच गया। इस फर्जीवाड़े की यह मंशा देख सभी जिले के अधिकारियों का होश उड़ गया हैं। जिसकी जाँच कमेटी बना दिया गया हैं इसकी जाँच की जा रही हैं।
वही जिला समाज कल्याण अधिकारी तिलकधारी ने यह मामला प्रकाश में आने के बाद ब्लाक के शादी अनुदान का भुगतान राशि को रोक दिया हैं। और पूरे मामले की जाँच चल रही हैं जाँच में दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की बात कह रहे हैं। कहि ना कहि जाँच टीम अब अपात्रो को सूची से बाहर जरूर कर रही हैं लेकिन उन फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को बचाने का प्रयास भी कर रही हैं। जो इस खेल में शामिल हैं वह इसमें कहि ना कहि माहिर हैं।
अमित कुमार
बलिया