मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में आदमखोर जानवरों का राज कायम है। आवारा कुत्तों और सअुरों का डेरा इस कदर है कि मरीज भी आने से घबराते है।मेडिकल कॉलेज में रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात सामने आई है। आवारा जानवरों ने गायनिक वार्ड के बाहर नवजात के शव को नोच डाला ।अचानक मासूम का शव गायब होने से जब हड़कंप मचा तो असल वजह का पता चल सका। मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में आवारा कुत्तों और सुरों ने नवजात मासूम का शव नोच डाला। दरअसल मेरठ के जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान बच्चे और मां की हालत काफी गंभीर हो गई थी। जिसके बाद जच्चा बच्चा को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। 108 एंबुलेंस के जरिए प्रसूता को मेडिकल कॉलेज के गायनिक वार्ड के बाहर छोड़ दिया गया। जहां पर नवजात के शव को बाहर रखकर वार्ड के अंदर दाखिल हुए ।तभी वार्ड के बाहर मौजूद आवारा सूअर ने बच्चे का शव मुंह में दबा लिया और मौके से फरार हो गया। बच्चों के परिजनों ने जब हंगामा किया तो हकीकत खुलकर सामने आ गई। इस दिल दहला देने वाली वारदात के बाद जब news18 ने मेडिकल कॉलेज के हालातों का जायजा लिया तो अस्पताल में कुत्तों का राज कायम मिला। आवारा पशु बेरोकटोक मेडिकल कॉलेज के वार्ड और ओपीडी कंपाउंड में जाते दिखाई दिए। जब इस मामले पर मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की गई उन्होंने घटना पर अफसोस जाहिर किया लेकिन साथी बजट ना होने का रोना भी रो दिया।उनकी माने तो बजट ना होने के कारण इन आवारा पशुओं को मेडिकल कॉलेज से बाहर नहीं निकाला जा सकता है। हालांकि उन्होंने इस मामले पर कमिश्नर और नगर आयुक्त से वार्ता करने की भी बात कही। लेकिन बड़ा सवाल यही है कि लापरवाही और भ्रष्टाचार की चादर ओढ़े मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी शायद किसी बड़ी वारदात का इंतजार ही कर रहे हैं।
प्रदीप शर्मा
मेरठ