जौनपुर आवारा पशुओं से हर कोई किसान परेशान हैं, किसानो की गाढ़ी कमाई को पशु चौपट कर दे रहे हैं,जिससे आक्रोशित होकर किसानों द्वारा विद्यालयों में पशुओं की कैद करने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है ।आए दिन किसानो द्वारा कहीं न कहीं छुट्टा पशुओं को कैदकिया जा रहा है। बदलापुर तहसील के दो गाँवो के किसानो ने छुट्टा पशुओ को पकड़कर स्कूलों में कैद कर दिया। किसानो के इस कदम से पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हो गया।
बदलापुरतहसीलके मल्लूपुर प्राथमिक विद्यालय में तीन दर्जनसे अधिक किसानों ने चालिस से अधिक की संख्या में छुट्टे पशुओं कोविद्यालय परिसर के अंदर कैद कर दिया0 विद्यालय पहुंची प्रधानाध्यापिका ऊषा यादव ने स्कूल में पशुओ को कैद देखकर दंग रह गई। शिक्षक ने इसकी सूचना 100 पुलिस को देते हुए शिक्षा विभाग केअधिकारियों को दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने काप्रयास किया लेकिन नतीजा सिफर ही निकला ,आक्रोशित किसानों नेउच्चाधिकारियों को बुलाकर मौके पर आकर पशुओं को ले जाने कीमांग पर डटे रहे। किसानो के आक्रोश के चलते पठन पाठन बंद रहा। उधर ढेमा गांव के प्राथमिक विद्यालय में भी किसानो ने प्राथमिक विद्यालय को गौशाला बना दिया जिसके कारण बच्चे पढाई नहीं कर सके।
मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार वर्मा ने बताया कि छुट्टा पशुओं की समस्या का स्थाई समाधान निकालने के लिए प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर हम लोग जमीन को चिन्हित करके एक अस्थाई गौशाला का निर्माण जल्द से जल्द करवाएंगे एवं इस निर्माण कार्य में मनरेगा के साथ साथ ग्राम पंचायत फंड राज्य वित्त आयोग से भी पैसा लिया जाएगा उन्होंने बताया के प्रत्येक में ब्लॉक में गोचर की भूमि को चिन्हित करके पशु आश्रय स्थल का निर्माण किया जाएगा उसके चारों तरफ खाई का निर्माण करके पशुओं को उसमें बाउंड किया जाएगा यह कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा जिससे किसानों को छोटा पशुओं की समस्या से निजात मिल सके अभी जो पशु विद्यालयों में बंधक बनाए जा रहे हैं उनको हम लोग नगरपालिका बनाए गए अस्थाई आश्रय स्थल में शिफ्ट करवा रहे हैं.
अभिषेक पांडेय जौनपुर