300 करोड़ के जमीन घोटाले का मामला पूर्व आवास आयुक्त की गिरफ्तारी के बाद मेरठ लेकर पहुँची पुलिस पूर्व आवास आयुक्त वी के चौधरी को एसीजीएम 2 कोर्ट में किया पेश.
मेरठ पुलिस ने वीके चौधरी को कल लखनऊ से किया था गिरफ्तार. इंद्रप्रस्थ स्टेट सहकारी आवास समिति की 52 एकड़ जमीन में किया था घोटाला. भूमाफियाओं से साठगांठ कर किया था खेल , कोर्ट ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा।
बता दें कि बहुचर्चित इंद्रप्रस्थ हाउसिंग सोसायटी में हुए करोड़ो के घोटाले मामले में पुलिस ने उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के पूर्व उप आयुक्त वीके चौधरी को कल लखनऊ से गिरफ्तार किया था । कोर्ट के आदेश पर मेरठ पुलिस ने वीके चौधरी को लखनऊ स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया है।
दरअसल, वर्ष 1985 में रजिस्टर्ड हुई इंद्रप्रस्थ हाउसिंग सोसायटी की नींव रखे जाने के कुछ समय बाद ही सोसायटी विवादो में घिर गई थी। इस मामले में विजेन्द्र चौहान द्वारा सोसायटी रजिस्टर्ड कराने वाले सतपाल सिंह देशवाल, राजपाल और राजमोहन सहित सरकारी विभागों में तैनात कई अधिकारियों पर करोड़ो के घोटाले का आरोप लगाते हुए कोर्ट में वाद दायर किया गया था। वहीं कुछ समय पहले तत्कालीन कमिश्नर डा प्रभात कुमार द्वारा कराई गई जांच में भी करीब तीन सौ करोड़ के घोटाले का खेल उजागर हुआ था। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर मेरठ पुलिस ने यूपी आवास विकास परिषद में उप आयुक्त के पद पर तैनात रहे वीके चौधरी को लखनऊ स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। वीके चौधरी पर आरोप है कि वर्ष 2004 में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने सोसायटी की जमीन अपने सगे संबंधियो के नाम कर दी ।
वहीँ आज मेरठ पुलिस वीके चौधरी को लेकर मेरठ कोर्ट पहुँची और एसीजीएम 2 की कोर्ट में पेश किया जहां वीके को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया ।