उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में गायो की क्या दशा है ये देखने को मिला बलिया जनपद के कलेक्ट्रेट परिसर में जहा सरकारी कार्यालय के सामने मरे हुए बछड़े को कुत्ता नोच नोच कर खा रहा था ऐसे में न सरकारी तंत्र जाग रहे. न गुजरने वाले नेता और नहीं भीड़ तंत्र के नाम पर कानून को हाथ में लेने वाली जनता।
जिस योगी राज में गायो की सुरक्षा और सम्मान को लेकर बड़े बड़े दावे किये जाते है। जिस योगी राज में गायो को लेकर भीड़ तंत्र कानून हाथ में लेने से नहीं डरती उस योगी राज में गायो की क्या दशा है ये देखने को मिला बलिया जनपद के कलेक्ट्रेट परिसर में जहा सरकारी कार्यालय के सामने मरे हुए बछड़े को कुत्ता नोच नोच कर खा रहा था। यह दृश्य जिसने भी देखा वह हैरान और परशान था कि गायो को लेकर लड़ने और सुरक्षा देने वालो की बाते कितनी खोखली है जहा सरकारी मशीनरी के नाक के निचे गाय के बछड़े को कुत्ते नोच नोच कर खाते है
जिस जगह पर मरे हुए बछड़े को कुत्ता नोच नोच कर खा रहा था उसके सामने ही जिलापूर्ति कार्यालय और जिला आबकारी विभाग का कार्यालय है. ऐसे में उस रस्ते से कौन नहीं गुजरा नेता। पब्लिक, अधिकारी, पुलिस की गाड़ी भी गुजरी पर जनाब किसको फुर्सत की एक मरे हुए गाय के बच्चे की फ़िक्र करे। ऐसे में जब बीजेपी कार्यालय में मौजूद एक बीजेपी नेता से इस बारे में जानकारी मांगी गयी तो बड़ी सादगी से जबाब दिए कि गाय हमारी माता है पर मरने के बाद नगर पालिका की जिम्मेदारी होती है।
किसी भी मरे हुए जानवर की अन्तेष्टिय करना नगर पालिका की जिम्मेदारी होती है पर नगर पालिका कार्यालय से महज 50 मीटर की दुरी पर एक बछड़े की मौत की खबर किसी को नहीं है जब इस बाबत नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी से जानकारी ली गयी तो उनका कहना था की मिडिया से जनकारी मिली है अब कुछ करते है।
अमित कुमार
बलिया