जौनपुर में आवारा पशुओं को ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में बांधने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है जिसके कारण स्कूल की पठन पठान पर प्रभाव पड़ रहा है| अभी तक जौनपुर के पांच अलग अलग प्राथमिक विद्यालयों में ग्रामीणों द्वारा बांधा जा चुका है
ताजा मामला जलालपुर थाना क्षेत्र के बनपुरवाँ गांव का है जहां आक्रोशित किसानों ने आवारा पशुओं से परेशान होकर उसे विद्यालय में बांधने का काम किया गया है। जहां स्कूल पहुंचे शिक्षकों ने पशुओं बांधा देखा तो उसकी सूचना अधिकारियों को दी।जिसके बाद स्कूल की छुट्टी कर दी गई
सुबह ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर लाठी डंडे से लैस होकर पशुओं को घेर कर प्राथमिक विद्यालय परिसर में घुसाकर ताला बंद कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्राथमिक पाठशाला में अजय यादव और बाकेलाल के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने मिलकर 52 छुट्टा पशुओं को बंद कर दिया।
किसानों ने अपनी आवारा पशुओं द्वारा नष्ट देख आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को विद्यालय में बंद कर दिया। इसकी सूचना ग्रामीणों ने रविवार को ही प्रशासन को दे दी थी। सोमवार को शिक्षक शिक्षार्थी विद्यालय पहुँचे तो में गेट पर प्रदर्शनकारी किसानों का हुजूम और विद्यालय परिसर में विचरण कर रहे पशुओ को देख आश्चर्यचकित हो गए।
प्रधानाध्याप अजीत प्रताप सिंह की सूचना पर जलालपुर थान प्रभारी देवतान्द एसडीएम केराकत भी मौके पर पहुंच गए। लेकिन किसानों ने ताला नहीं खोला। घंटो इंतजार के बाद बच्चे वापस घर चल गए। ग्रामीण ने छुट्टा पशुओं को गोशाला में भेजने की बात पर अड़े है।
इसके पहले जब डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी से बात की गई थी तो उन्होंने कहा की दो ऐसे मुद्दे अभी तक सामने आएं है| खुला पशुओं पर कार्य किया जा रहा है 8 हेक्टेयर जमीन देख ली गई है| जिस पर जल्द कार्य करके छुट्टा पशुओं को इनमें रखा जाएगा जिससे किसानों को निजात मिलेगा
अभिषेक पांडेय जौनपुर