बदमाशों का गढ़ कहे जाने वाला पश्चिमी उत्तरप्रदेश अब बदमाशों के लिए काल प्रदेश बनता दिखाई दे रहा है और यहां की पुलिस बदमाशों के लिए काल बन गई है। सूबे में योगी राज होते ही बदमाशों का राजखत्म होने लगा है। क्योंकि योगी जी ने सत्ता संभालते ही बदमाशों को प्रदेश छोड़ने या फिर दुनिया छोड़ने की बात कही थी और पुलिस को भी सख्त निर्देश दिए थे कि अपराध रोकने के लिए पुलिस जो चाहे वो करे लेकिन अपराध पर लगाम लगाए। जिसके बाद लगातार यूपी पुलिस एनकाउंटर मोड़ में नजर आने लगी और ऑपरेशन क्लीन चिट चलाया। इस ऑपरेशन के तहत सबसे ज्यादा एनकाउंटर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुए।
आज भी थाना मेडिकल इलाके के रिंग रोड पर चेकिंग करते समय पुलिस ने स्कूटी सवार दो लोगों को रुकने का इशारा किया तो स्कूटी सवारों ने स्कूटी दौड़ा ली और पुलिस पार्टी पर फायर झोंक दिया । फिर क्या था पुलिस ने भी बदमाशों का पीछा किया और जवाबी फायरिंग शुरू की जिसमें एक बदमाश को गोली लग गई। जिससे वह स्कूटी सहित जमीन पर गिर पड़ा । वहीं बदमाश का दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। घायल बदमाश की शिनाख्त मेरठ के इस्लामाबाद निवासी कलीम के रूप में हुई है। कलीम शातिर किस्म का हथियार तस्कर है और कलीम पर लगभग आधा दर्जन मुकदमे दर्ज है। कलीम इतना शातिर किस्म का बदमाश है कि कलीम अलग अलग शहरों में अपने अलग अलग नाम बदलकर छिपा हुआ था और बड़ी आसानी से हथियार तस्करी कर रहा था। फिलहाल पुलिस ने घायल कलीम को हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया है जहांउसका उपचार चल रहा है।
एसपी सिटी रणविजय सिंह का कहना है कि कलीम से पूछताछ कर इसके गिरोह तक पहुंचने की कोशिश करेंगे और इस गिरोह का भंडाफोड़ करेंगे।इसके अलावा दिल्ली और एनसीआर के अन्य शहरों में भी कलीम का रिकॉर्ड खंगाला जाएगा कि कहीं और थाने में कलीम में पर कोई मुकदमा तो नहीं है।
प्रदीप शर्मा
मेरठ