वक्फ़ की जमीनों पर कब्जा, यूनिवर्सिटी में बिजली चोरी, सीवर सिस्टम के नाम पर 300 करोड़ का घोटाला, पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस, स्पोर्ट्स स्टेडियम में 400 करोड़ का घोटाला, आय से अधिक संपत्ति सहित 14 बिंदुओं पर हमने राजभवन में शिकायत दर्ज कराई थी जिस पर सरकार ने संज्ञान लेकर शिकंजा कस दिया है।
फैसल खान लाला ने जारी बयान में कहा कि आज़म के घोटालों की जांच में गवर्नर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन स्तर से सभी विभागों को अलग-अलग पत्र भेजकर जांच बिठाई थी जिस पर पिछली सरकार में तैनात कुछ अधिकारियों से आज़म ने सांठगांठ कर ली थी तथा उन विभागों ने लीपा पोती कर के मामला शासन स्तर पर भेज दिया था जिसको शासन ने अस्वीकृत करते हुए दोबारा जांच के आदेश दिए हैं और एसआईटी गहनता से जांच कर रही है इसलिए बहुत तेजी से आज़म पर शिकंजा कसता जा रहा है और साल 2019 से पहले आज़म का जेल जाना तय माना जा रहा है जिसकी बौखलाहट उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रही है इसलिए वह मज़लूमो को गुमराह कर उनके बच्चों के जनाज़े पर राजनीति कर रहै हैं। कहा कम से कम आज़म ने एक बार पायल की मग़फ़िरत की दुआ ही कर ली होती। आजम का इतिहास रहा है कि उन्होंने मेरठ मलियाना, मुजफ्फरनगर और बाबरी मस्जिद के मामले को तूल देकर अनगिनत लाशों पर अपनी सियासत को चमकाया है और आज सुर्खियों में आने को एक मासूम बच्ची के जनाज़े का सहारा ले रहे हैं। इंशाअल्लाह हर ईट का जवाब पथ्थर से दूंगा।
अभिषेक शर्मा रामपुर
हिंद न्यूज़ टीवी
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