अगुस्टा वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में भारत को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। लंबी कोशिशों के बाद आखिरकार इस डील के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को भारत लाया जा चुका है. दुबई जेल में बंद 3,600 करोड़ रुपये के इस VVIP चॉपर सौदे के कथित बिचौलिए और ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल प्रत्यर्पण के तहत मंगलवार रात को भारत पहुंचा. यह ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नेतृत्व में चलाया गया। भारत की जांच एजेंसियां मिशेल को मंगलवार को दुबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट ले गईं थीं। दिल्ली उतरते ही सीबीआई ने मिशेल को अपनी कस्टडी में ले लिया गया. मिशेल का मेडिकल परीक्षण भी किया गया है.
सीबीआई ने बताया कि ऑपरेशन की जिम्मेदारी अंतरिम सीबीआई निदेशक एम नागेश्वर राव और जॉइंट डायरेक्टर साई मनोहर के नेतृत्व वाली टीम को दी गई थी। नवंबर में कसेशन कोर्ट ने निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखते हुए मिशेल के प्रत्यर्पण का रास्ता साफ कर दिया था। सीबीआई और ईडी इस मामले में उनपर आपराधिक मामले के तहत जांच कर रहे थे। ईडी ने जून 2016 में मिशेल के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी। इसमें कहा गया था कि उसने अगस्ता वेस्टलैंड से करीब 225 करोड़ रुपये प्राप्त किए। ईडी ने कहा था कि यह पैसा और कुछ नहीं, बल्कि कंपनी द्वारा 12 हेलीकॉप्टरों के समझौते को अपने पक्ष में कराने के लिए वास्तविक लेन-देन के ‘नाम पर’ दी गई ‘रिश्वत’ थी।