बलिया दहेज उत्पीड़न के मामले अब तक तो आपने पढ़ा या सुना होगा कि दहेज में कार या मोटरसाइकिल या नगदी नही मिला तो ससुराल वालों ने बहू का उत्पीड़न करते है और मैके वाले केस दर्ज करा दिया। मगर अपने मायके में हिस्से का दावा नही करने पर दिल दहला देने वाला यह मामला यूपी के बलिया के बाँसडीहरोड थाना क्षेत्र के भिखपुर गांव का है। जहाँ बहू को अपने मायके से अपना पैत्रिक हिस्सा का कोर्ट में दावा नही करने पर उसका पति, सास,और ससुर ने ऐसा उत्पीड़न शुरू कर दिया जिसे सुनकर आपका दिल कांप जाएगा। पीड़ित की माने तो उसका खाना पीना बंद कर नशे का इंजेक्शन दिया गया और लगभग सात दिन तक कमरे में बंद रखा गया और घर वालो से बात न हो इसलिए मोबाइल फोन तोड़ कर फेंक दिया गया।
पीड़ित के भाई की माने तो पिछले 2 महीने से बहन को प्रताड़ित किया जा रहा था हम से मिलने नही दिया जा रहा था इस बीच उसका जबरजस्ती गर्भपात भी कराया गया। जब उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ी तो मैके वाले थाने में शिकायत के लिए गए लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई तो S.P. से शिकायत किया गया S.P. के हस्तक्षेप के बाद मुकदमा तो दर्ज हुआ। पीड़ित गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती है जहाँ उसका इलाज चल रहा है। मगर पुलिस आरोपियों को थाने में बैठा कर छोड़ दिया। जबकि आरोपियों के खिलाफ जबरजस्ती गर्भपात कराने जैसे संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है।
वही पुलिस की माने तो पीड़ित की तरफ से दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है विवेचना चल रही है इसमें विधिक कार्रवाई हो रही है इसमें मेडिएशन की भी कार्रवाई की जाएगी।विवेचना के बाद गिरफ्तारी भी की जाएगी। विवेचक को ये भी निर्देशित किया गया हैं कि मेडिकल रिपोर्ट को भी विवेचना में शामिल किया जाय विवेचनात्मक कार्रवाई में किसी प्रकार की त्रुटि नही की जाएगी।
अमित कुमार बलिया
हिंद न्यूज़ टीवी
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