मेरठ के खरखोदा थाने में खड़ी हुई कई बसों में आग लग गई आग की लपटें ऊंची उठने के बाद अफरा-तफरी का माहौल मच गया. लोग इधर से उधर जान बचाने के लिए भागने लगे आग कैसे लगी किसने लगाई कुछ भी आग लगने का कारण साफ नहीं हो पाया है. आस पड़ोस के लोग आग को बुझाने की मशक्कत करते रहे पड़ोस के लोगों ने ही जैसे तैसे कर आग पर काबू पाया. शुक्र इस बात का रहा बात करो ना पड़ोस में सीएनजी पंप भी है वहां तक आग नहीं पहुंच पाई जिस वजह से लोगों ने राहत की सांस ली लेकिन सवाल इस बात का है एक काफी देर तक इन बसों में आग लगती रही ना तो मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची और ना ही आग बुझने तक किसी भी सरकारी तंत्र ने इसमें कोई भूमिका अदा की यदि पेट्रोल पंप तक यह आप पहुंच जाती तो शहर का कई किलोमीटर तक का एरिया इसाक की जद में आ सकता था. आग बुझने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली लेकिन पुलिस पर और अग्निशमन विभाग पर भी सवाल खड़े होते हैं क्या इनका तंत्र इतना कमजोर हो गया है. कितनी बड़ी आग लगने के बाद भी किसी को इस बात की सूचना नहीं आग बुझाने पहुंच सके फिलहाल इस मामले पर वैसे भी कोई बोलने को तैयार नहीं है.
प्रदीप शर्मा
मेरठ