यूपी के बलिया में स्वास्थ्य विभाग के कोंगकरेंट ऑडिट में करोड़ों का घोटाला का मामला सामने आया है। यहां बिना किसी टेंडर और बिना किसी बिल बाउचर के करोड़ों का भुगतान पांच फर्मों को कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, इन फर्मो पर सीएमओ की पूरी मेहरबानी है। यही नहीं, दवा खरीद में भी करोड़ों का घोटाला हुआ है। वित्तीय वर्ष के अंतिम दो दिनों में, यानि 31 व 31 मार्च को अधिकांश भुगतान हुए हैं। सबसे गंभीर बात कि एक मद में उपलब्ध बजट के मुकाबले दो करोड़ का एडवांस खर्च करके 31 व 31 मार्च को भुगतान भी कर दिया गया। नियमों को ताक पर रखकर पांच फर्मों को दो करोड़ का भुगतान किया गया। यह भी खुलासा हुआ है कि स्वीकृत दर से अधिक दर पर भुगतान करने से लाख रूपए सरकारी धन की अतिरिक्त बर्बादी हुई।
दवा खरीद तो कानपुर की एक ऐसे फर्म से खरीदी गई जो अधिकृत थी ही नहीं। जाहिर सी बात है इसमें सीएमओ समेत कई की गर्दन फंस सकती है। हाल ही में जिले में हुई एक ऑडिट में इन घोटालों का खुलासा हुआ है। जिले की नरहीं सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी ने तो अपने व्यक्तिगत खाते में लाखों रुपये सरकारी धन ट्रांसफर कर लिया। यह सब विभाग के उच्च अधिकारियों के नाक के नीचे हो रहा था।
अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक पंकज कुमार ने जिलाधिकारी को इस घोटाले में लिप्त दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा है। जिलाधिकारी बलिया ने बताया कि इस घोटाले की शीर्ष नेतृत्व से पत्र आया है हमने मुख्य विकास अधिकारी को जांच का निर्देश दिया है दो तीन दिन में रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाई की जाएगी।
अमित कुमार बलिया यूपी
हिंद न्यूज टीवी
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