मेरठ के सुभारती विश्वविद्यालय में धर्मांतरण का एक बड़ा आयोजन हुआ है. इस आयोजन में हजारों हिंदू आज अपना धर्म छोड़ कर बौद्ध बन गए. कार्यक्रम का आयोजन सुभारती विश्वविद्यालय के सर्वेसर्वा डॉ0 अतुल कृष्ण ने कराया था. हजारों लोगों ने डॉक्टर अतुल कृष्ण और उनके परिवार के नेतृत्व में हिंदू धर्म को आज तिलांजलि दे दी.
सुभारती विश्वविद्यालय के बौद्ध उपवन में आज सुबह से ही मेरठ और आसपास के जिलों से हजारों लोगों का तांता लगना शुरू हो गया था. हिंदू धर्म से ताल्लुक रखने वाले यह लोग यहां पर अपने धर्म परिवर्तन के लिए आए थे. सुभारती विश्वविद्यालय के सर्वेसर्वा डॉक्टर अतुल कृष्ण ने कई महीने पहले धर्मांतरण का यह अभियान छेड़ा था. आज डेढ़ हजार से ज्यादा लोग बौद्ध धम्म दीक्षा कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं की मौजूदगी में हिंदू धर्म से निजात पा ली. सुभारती विश्वविद्यालय के मालिक डॉक्टर अतुल कृष्ण और उनके परिवार ने भी आज बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया.
डॉ अतुल कृष्ण ने हाल ही में विश्वविद्यालय परिसर के अंदर स्कूल ऑफ बुद्धिज्म स्टडी शुरू किया है. दुनिया की कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के मेल-मिलाप से चलने वाले इस स्कूल के लिए विदेशों से आर्थिक मदद मिलने की भी चर्चाएं हैं. इस आयोजन में धर्मांतरण अनुष्ठान का नेतृत्व करने वाले भिक्षु डॉ चंद्रकीर्ति की मानें तो पिछले दिनों अनुसूचित जाति के दबे कुचले लोगों पर जो अत्याचार हुए यह धर्मांतरण उसी का परिणाम है. उनका मानना है कि इतनी बड़ी तादात में हिंदुओं के धर्मांतरण के बाद सरकार पर भी इसका असर पड़ेगा और सरकार सोचने को मजबूर होगी.