दिल्ली में एक बार फिुर सफाई कर्मचारियों को अपनी सेलरी के लिए प्रदर्शन करना पर रहा हैं। दिल्ली में बीते 23 दिनों से लगातार सफाई कर्मियों का प्रदर्शन चल रहा हैं। इससे पहले भी कई बार सफाई कर्मचारियों को अपने वेतन पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा हैं।
Delhi: East Delhi Municipal Corporation sanitation workers hold a protest near Delhi CM residence demanding regularisation of temporary workers and regular payments of salaries among others. East MCD sanitation workers have been on a strike since September 12. pic.twitter.com/uT05XWspmA
— ANI (@ANI) October 4, 2018
देश का रजाधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वच्छता का अवार्ड मिला है, उसी दिल्ली में सफाई कर्मचारियों को अपने वेतन के लिए तक संघर्ष करना पड़ा रह हैं। देश के प्रधानमंत्री जिस पार्टी से आते हैं वही पार्टी एमसीडी में काबिज है, लेकिन हालात यह है कि सफाई कर्मीचाकियों को बीते एक साल में हर तीन महिने पर अपनी सैलरी को पाने के लिए हड़ताल करनी पड़ती हैं और जब उनसे पूछा जाता है तो कहते है दिल्ली के मुख्याि जिम्मेदार है वो सैलरी नही दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जिनका पार्टी का चुनाव चिन्ह झाड़ू ही है, वही केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते है और कहते है कि दिल्ली के असली बॉस तो वहीं है लेकिन जब उनसे सफाई कर्मियों की सैलरी के बारे में पूछा जाता है तो वो केंद्र पर ठीकरा फोड़ देते हैं। और इसी सीलसिले के तंग आकर आज पूर्वी दिल्ली नगर निगम स्वच्छता कार्यकर्ताओं ने उनके निवास पर प्रदर्शन किया। सफाई कर्मचारियों की मांग थी कि उन्हें स्थायी किया जाए सात ही उनका वेतन भी सहीं समय पर आए।
देश की राजधानी दिल्ली में 2 अक्टूबर के दिन राजघाट पर लोगों का ताता लगा रहा। बापू की 150वीं जन्म जयंति थी तो क्या आम क्या खास सब पहुंचे और त्रद्धा सुमन अर्पित किए लेकिन आज 4 अक्टूबर है और आज देश की राजधानी दिल्ली में सफाई कर्मचारियों की मांग पर किसी का कोई ध्यान नहीं है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जो हर बात पर एमसीडी को आड़े हाथ लेते है लेकिन वो इन सफाई कर्मचारियों की मांग पर अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं।