भारतीय वायु सेना के अध्यक्ष ने राफेल सौदे को सही ठहराते हुए कहा कि वायु सेना को इस सौदे से काफी फायदा हुआ हैं। राफेल सौदे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में सियासी रार के बीच वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ का यह बयान काफी महत्वपूर्ण हैं। वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ ने कहा कि, राफेल अच्छा विमान है और जब यह उपमहाद्वीप में आएगा तो अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। धनोआ ने इसे गेम चेंजर बताते हुए डील को सरकार का बोल्ड फैसला करार दिया है।
Govt took a bold step & bought 36 Rafale aircraft. A high performance, high-tech aircraft has been to the given to the air force to offset the capability of the adversary: Air Chief Marshal BS Dhanoa pic.twitter.com/rDfayyqiAs
— ANI (@ANI) 3 October 2018
वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ ने एचएएल के जगह रिलायंस के चयन पर भी सफाई पेश करते हुए कहा, फ्रेंच कंपनी दसॉ को ही ऑफसेट साझेदार का चयन करना था और इसमें सरकार या भारतीय वायु सेना की कोई भूमिका नहीं थी। वायुसेना प्रमुख का बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस मोदी सरकार पर लगातार आरोप लगा रही है कि उसने नई नवेली कंपनी रिलायंस डिफेंस को इस डील में साझेदार कंपनी चुने जाने के लिए दबाव बनाया।
हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ राफेल विमान का सौदा न होने पर भी वायुसेना प्रमुख ने टिप्पणी की। उन्होंने बताया कि एचएएल के साथ सुखोई के निर्माण में हम पहले से ही तीन साल पीछे चल रहे हैं, जबकि जगुआर में 6 साल की देरी हुई है। उन्होंने ये भी बताया कि एलएसी और मिराज में 5 और 2 साल की देरी हो रही है।
There has been delay in delivery schedule in contracts already executed to HAL. There is a 3 yrs delay in delivery of Sukhoi-30, 6 years delay in Jaguar, 5 year delay in LCA, and 2 year delay in delivery of Mirage 2000 upgrade: Air Chief Marshal BS Dhanoa pic.twitter.com/uychCsGV6q
— ANI (@ANI) 3 October 2018