नई दिल्ली। किसान क्रांति यात्रा ने दिल्ली बॉर्डर सीमा पर किसान अपना आंदोलन पूरी तहर जारी किये हुए है। दिल्ली पुलिस और देशभर के किसानों के बीच झड़प हो रही है। दिल्ली में प्रवेश के सारे रास्तें बंद कर देने से किसान पूरी तरह गुस्से में है। दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आसूं गैस के गोले ओर पानी की बौछार की गई है। लाठी, लंडे चल रहे है। इस हिंसा में कई किसान घायल भी हो गए है। किसान पूरी हिम्मत के साथ बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की पूरी कोशिश कर रही है। इन सब के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भाकियू नेता नरेश टिकैत से बातचीत की है, और सभी किसानों से शांति बनाने की मांग की है।
कर्जमाफी और फसल के दामों सहित कई मांगों को लेकर किसान 23 तारीख से हरिद्धार से दिल्ली तक किसान यात्रा निकालकर आज किसान घाट से संसद तक मार्च करना चाहते थे। मगर दिल्ली सीमा बॉर्डर पर ही किसानों को रोक लिया गया है। अब इस मामलें में राजनीति भी पूरी तरह गर्म हो गई है। विपक्ष पार्टी केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साध रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि किसानों को क्यों दिल्ली में घुसने नही दिया जा रहा है। यह गलत बात है। हम किसानों के साथ है। वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला भी किसानों के पक्ष में उतर आए। उन्होनें कहा कि महात्मा गांधी की जयंती पर मोदी सरकार ने दिखा दिया है कि ये सरकार आजादी से पहले वाली ब्रिटिश सरकार से किसी मामले में कम नही है। उस समय अंग्रेज सरकार किसानों का उत्पीड़न करती थी और आज मोदी सरकार कर रही है। किसानों का क्यों दिल्ली में प्रवेश नही किया देने जा रहा है, क्यों उन पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे है।
किसानों को आरएलडी के अध्यक्ष अजित सिंह का समर्थन मिला है। गौरतलब है कि किसानों ने शर्त रखी है कि सरकार के प्रतिनिधि केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह बात करने के लिए मंगलवार को किसान घाट आएं। उन्होंने दिल्ली में घुसने पर रोक और धारा 144 हटाने की भी शर्त रखी। लखनऊ से हेलिकॉप्टर के द्वारा 2 आईएएस किसानों से मिलने के लिए रवाना हो चुके हैं। वे हेलिकॉप्टर से गाजियाबाद आ रहे हैं। इस दौरान ये भी सूचना मिल रही है कि किसानों की मुलाकात दोपहर 12 बजे गृहमंत्री से भी होगी।