कोच्चि में एक नन से दुष्कर्म करने वाले बिशप फ्रांको मुलक्कल को देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक तीन दिनों से चल रही पूछताछ के बाद केरल पुलिस ने 54 वर्षीय मुलक्कल को अरेस्ट कर लिया है। कोच्चि में आरोपी के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश के बाद एक दिन पूर्व ही पोप ने मुलक्कल को पादरी की जिम्मेदारियों से अस्थायी तौर पर मुक्त कर दिया था। बढ़ते विवाद के बीच कोट्टयम के एसपी हरि शंकर ने कहा कि अभी तक जो तथ्य जिसमें पीडिता की डॉक्टरी जांच चल रही है व साथ ही आरोपी मुलक्कल से पूछताछ के बाद ही उन्हें गिरफ्तार किया गया है। कल वह कोर्ट में पेशी के लिए लाए जाएंगे।
खास बात यह है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब बिशप मुलक्कल पर इस तरह के आरोप लगे हों. इससे पहले साल 2014 और 2016 के बीच उनके ऊपर एक नन से बार-बार बलात्कार करने और उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लग चुका है.सर्कुलर में बिशप ने कहा कि मामले की जांच कर रही पुलिस द्वारा उनके खिलाफ एकत्रित किए गए सबूतों में “बहुत से विरोधाभास’’ हैं. सर्कुलर की एक प्रति यहां मीडिया को उपलब्ध कराई गई. नन ने हाल ही में न्याय के लिए वेटिकन के तत्काल हस्तक्षेप और जालंधर डायोसीस के प्रमुख के पद से उनको हटाए जाने की मांग की थी.
उधर, कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया ने केरल नन रेप केस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमें मीडिया से बिशप फ्रांको मुलक्कल के केस के बारे में पता चला है. यह हम सभी के लिए दुखद क्षण है. हमें न्यायायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है.