पटना। भारत देश की संस्कृति और यहां की प्रतिष्ठा नारी के सम्मान में समाहित होती है, हमारे देश की गाथा नारी के सम्मान और उनकी आत्मरक्षा के लिए जानी जाती है। नारी को दुर्गा के रूप में एक सकारत्मकता की भावना के साथ पूजा जाता रहा है। मगर आज ये सब बाते बस एक गाथा ही बनके रह गई है, समाज की वो पुरूष जाति जो नारी के सम्मान और रक्षा के लिए जानी जाती थी आज वही जाति नारी का चीरहरण करने के लिए जानी जाती है। मासूम बच्चियां जो देवी दुर्गा के रूप में पूजी जाती है उन्ही बच्चियों की जिंदगी पर ग्रहण लगाने में जरा सा भी मौका नही छोड़ा जा रहा है। आए दिन ना जाने कितनी मासूम बच्च्यिं समाज के हैवानों का शिकार बनती है। ऐसी ही एक हैरान कर देने वाली घटना सामाने आई है पटना से। जहां पर एक 5 वीं कक्षा में पढ़ने वाली 10 साल की मासूम बच्ची के साथ स्कूल के प्रिंसिपल ने दुष्कर्म किया गया। पटना के फलवारीशरीफ के किसान कॉलोनी के न्यू सेंट्रल पब्लिक स्कूल में की यह घटना है। बताया जा रहा है स्कूल प्रिंसिपल करीब एक माह से बच्ची हो अपनी हवश का शिकार बना रहा था और उनकी इस कुकृत्य में स्कूल का अकांउटेंट सहयोग कर रहा था।
बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल ने बच्ची अशलील वीडियो बनाकर उसे वायरल करने व जान से मारने की धमकी दे दी। डरी सहमी बच्ची ने परिवार वालों को कुछ नही बताया मगर जब परिवार वालों को बच्ची में शारीरिक बदलाव आने लग गए तो उन्होनें डॉक्टर दिखाया, उसके बाद जो डॉक्टर ने परिवार वालो को बताया वह हैरान कर देने वाला था। डॉक्टरों ने बच्ची के प्रेग्नेंट होने की बात कही, जिससे सुनकर हर कोई हैरान हो गया। बाद में बच्ची से पूछताछ की गई तो उसने सभी बातें परिवार वालों को बताई। बच्ची ने बताया कि स्कूल प्रिंसिपल उसे कभी कॉपी जांच करने तो कभी हैंडराइटिंग चेक करने के लिए अकेला बुलाता और उसके साथ दुष्कर्म करता। जबकि एकाउंटेंट कमरे के बाहर पहरा देता था।
बच्ची के परिजनों ने बुधवार को महिला थाने में स्कूल प्रिंसिपल और अकांउटेंट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी है। प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की पुष्टि हो गई गई है दोनों आरोपियों को पुलिस अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
विकास पाल….