मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के कुछ घंटे बाद ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता मजीद मेमन ने कहा कि प्रधानमंत्री का अपमान करने का उनका इरादा कभी नहीं था। अगर उनके शब्दों से किसी की भावनाओं को चोट पहुंची है तो वे अपने शब्दों को वापस लेने लिए तैयार हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी की भावना को मैंने चोट पहुंचाई है तो मैं अपने शब्दों को वापस लेने के लिए तैयार हूं। प्रधानमंत्री का अपमान करना मकसद नहीं था। यह सिर्फ एक मुहावरा था।
मेमन ने हाल ही में इंदौर के सैफी मस्जिद में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति की घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम में भाग लेने का उद्देश्य वोट हासिल करना था।
आपको बता दें, मोदी जी, बोहरा समाज के पास गए ही इसलिए थे कि शायद इससे मुसलमानो को रिझा लिया जायेगा, लेकिन ना वो इधर के राहे ना ही उधर के। ‘धोबी का कुत्ता घर का ना घाट का’ मुहावरे का प्रयोग किया था।
एनसीपी नेता की टिप्पणी के एक सप्ताह बाद हुई जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने प्रधान मंत्री मोदी को अशिक्षित व्यक्ति से तुलना की।