कांग्रेस ने भारतीय बैंक का 9 हजार करोड़ लेकर लंदन भागे भगोड़े विजय माल्या के मामले में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर हमला किया और कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को बर्खास्त किया जाये तथा मामले की व्यापक एवं उच्चस्तरीय जांच शुरू की जाये।
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय, जेटली, वित्त मंत्रालय के अधिकारियों, सीबीआई के कुछ शीर्ष अधिकारियों और संबंधित बैंकों के शीर्ष प्रबंधन की भूमिका की जांच होनी चाहिए। सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ऐसा लगता है कि भाजपा भगोड़े के लिए ‘फोन ए फ्रेंड हेल्पलाइन’ बन गयी है। माल्या मामले में कुछ यही हुआ था। इसमें सरकार के उच्चतम स्तर पर मिलीभगत, साझेदारी और सहयोग था।’
इस देश के भगौड़ों के लिये भारतीय जनता पार्टी की “Phone A Friend Helpline” बन गयी है।भगौड़े विजय माल्या का देश का ₹9,091 Cr लेकर भागने में “Operation Cover-Up” अब जगज़ाहिर हो गया है।अब कोई भी प्रकार का दुष्प्रचार, विजय माल्या के भागने में मोदी सरकार की भूमिका को नहीं नकार सकता। pic.twitter.com/4CpaKAjkw6
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 18, 2018
उन्होंने कहा, माल्या के खिलाफ 29 जुलाई, 2015 को वित्तीय अनियमितता के लिए प्राथमिकी की गयी। 16 अक्तूबर, 2015 को हिरासत में लेनेवाला लुकआउट नोटिस जारी हुआ। इसके बाद सीबीआई के संयुक्त निदेशक एके शर्मा और एसपी हर्षिता लुत्तालोरी आव्रजन प्रशासन को लिखकर यह कहते हैं कि वे माल्या के खिलाफ इस लुकआउट नोटिस वापस लेते हैं।’
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सीबीआई की तरफ से जो स्पष्टीकरण दिया गया है वो हास्यास्पद है। उन्होंने सवाल किया, सीबीआई ने लुकआउट नोटिस के संदर्भ अपना बयान बार-बार क्यों बदला? बैंकों को किसने कहा कि माल्या के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाये? कौन है वित्त मंत्रालय में है जो देश के पैसों की रक्षा की बजाय भगोड़े की रक्षा में खड़ा था? सुरजेवाला ने कहा, एक मार्च, 2016 को जेटली से माल्या संसद में मिलता है और उनसे कहता है कि वह विदेश भाग रहा है। जेटलीजी चुप्पी साध लेते हैं। उसे क्यों भागने दिया? कांग्रेस नेता ने कहा, प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? वह वक्तव्य दें और वित्त मंत्री को बर्खास्त करें। वित्त मंत्री को कोई कानूनी और नैतिक अधिकार नहीं बचा है कि वह पद पर बने रहें।