सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में भीमा कोरेगांव मामले पर सुनवाई चली, जिसमें मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा ने कहा कि फिलहाल कार्यकर्ताओं को हाउस अरेस्ट पर रखने का फैसला जारी रहेगा। वहीं अब इस केस की अगली सुनवााई 19 सितंबर यानि बुधवार को होगी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पुणे पुलिस की ओर से जुटाए गए सुबूत पर्याप्त नहीं होने कि स्थिति में ममाले की जांच SIT को सौंपी जा सकती है।
वहीं कोर्ट की तरफ से बुधवार को होने वाली सुनवाई में राज्य सरकार के वकील को 45 मिनट और बचाव पक्ष के वकील को 15 मिनट का समय दिया गया है, इसी समय के अंदर उन्हें अपनी दलीलें पूरी करने को कहा है।
वहीं पांचों एक्टिविस्ट पूराने आदेश के मुताबिक हाउस अरेस्ट रहेंगे। इसी बीच दीपक मिश्रा ने कहा है कि हम लिबर्टी के आधार पर इस मामले को सुन रहे हैं।