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बलिया – रिंग बांध को कटने से बचाने के लिए रक्षक के रूप नजर आए बीजेपी विधायक

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अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले बलिया के बैरिया विधानसभा से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह और पुलिस के आला अधिकारी एएसपी, और सीओ क्षेत्र की जनता को विनाशकारी रूप ले चुकी गंगा से आधी कट चुकी रिंग बांध को कटने से बचाने के लिए हनुमान के रूप में नजर आए है। जी हां विधायक ने अपने सिर पर इट, बोल्डर, और बालू की बोरिया भरकर रिंग बंधे को टूटने से बचाते नजर आए तो अपनी ड्यूटी से ऊपर उठकर पुलिस के अधिकारी भी बंधा को बचाने के लिए अपने कंधों पर बोल्डर और बालू की बोरिया लेकर पसीना बहाते नजर आए और यह तस्वीरे हमारे कैमरे में कैद हो गई। विधायक ने कहा यह हमारी विधानसभा की जनता है और इन्हें बचना हमारा फर्ज है हम खुद बालू की बोरिया बिछाकर बंधे को बचा लेंगे। तो डीएम ने कहां काफी महत्वपूर्ण इस रिंग बंधा को बचाने के लिए विभाग के साथ जनप्रतिनिधि और पुलिस कर्मी भी मदद कर रहे है। गांव वालों को गांव खाली करने के निर्देश दे दिए गए है। बांध टूटने पर 50 हजार की आबादी बाढ़ की चपेट में आ जायेगी। फिलहाल एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ जवानों को तैनात कर दिया गया है। और बांध को बनाने में हुई भ्रष्टाचार को जाँच के आदेश दे दिए गए है।

ज़रा इन तस्वीरों को गौर से देखिए यह तस्वीरे बैरिया तहसील के दया छपरा रिंग बांध की है। जहाँ कही जेसीबी पेड़ो को उखाड़कर गंगा की तेज धारा से आधे से अधिक कट चुकी रिंग बांध को बचाने के लिए नदी में गिरा रहे है तो कही इसी विधान सभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह अपने सिर पर बालू, इट, और बोल्डर की बोरिया भरकर गंगा की तेज धारा में गिराकर बांध को बचाने में लगे है। यहीं नहीं पुलिस के आला अधिकारी भी अपने डयूटी से ऊपर उठकर एएसपी विजय पाल सिंह के साथ सीओ बैरिया और कई पुलिस कर्मी भी अपने कंधों पर बालू, इट, और बोल्डर की बोरिया भरकर जाली बनाकर नदी में डालते नजर आए। इन सबको देख गांव वाले भी बांधें को बचाने के लिए लामबंद हो गए और मदद करते नजर और यह सारी तस्वीरे हमारे कैमरे में कैद हो गई। विधायक की माने तो यह उनकी क्षेत्र कि जनता है और उनको बचना उनका अधिकार है। वह खुद अपने माथे पर बोरिया लेकर नदी में गिराकर इस बांध को बचा लेंगे और जैकारा लगाते रहे।

29 करोड़ की लागत से बना यह रिंग बांध भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। और गंगा की तेज धारा इस बांधें को काटने पर आमादा है। डीएम की माने तो जनप्रतिनिधि और पुलिस कर्मी भी विभाग के अलावा बंधे को बचाने में लगे है। अगर यह बांध टूट जाएगा तो 50 हजार की आबादी खासा प्रभावित होगी। फिलहाल गांव खाली कराया जा यह है और एनडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात कर दिया गया है। और पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिए गए है

हिंद न्यूज टीवी के लिए बलिया से अमित कुमार

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