इन दिनों पेट्रोल-डीजल के दामों में आग लगी हुई है, जिसके कारण आम आदमी को अपनी जेब खासा ढीली करनी पड़ रही है। वहीं सोमवार को कांग्रेस समेत लगभग 21 पार्टियों ने भारत बंद किया, लेकिन मंगलवार को भी पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई। आज दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 14 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई, जिसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 80.87 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 72.97 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई।
दरअसल, दिल्ली में पेट्रोल का बेस प्राइस 40.45 पैसे प्रति लीटर है, जिसमें केंद सरकार की एक्साइज ड्यूटी 19.48 रुपये प्रति लीटर जुड़ते हैं। साथ ही 3.64 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल पंप डीडल का कमीशन और 17.16 रुपये राज्य सरकार वैट के रूप में लेती है, जिसके बाद हमारी गाड़ी तक पेट्रोल इतने महंगे (80.73) दामों तक पहुंचता है। ऐसा ही कुछ डीजल के साथ भी होता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि अब पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे कम हो सकते हैं, जिससे आम आदमी को राहत मिल सके। कुछ जानकारों का मानना है कि अगर पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने हैं तो इसे जीएसटी के दायरे में लाना बेहद जरूरी है। दरअसल, जीएसटी में सबसे ज्याद टैक्स 28 फीसदी लिया जाता है। ऐसे में अगर पेट्रोल-डीजल पर जीएसटी सबसे ज्यादा यानि 28 फीसदी भी लगता है तब भी पेट्रोल की कीमत 20 से 25 रुपये प्रति लीटर कम हो सकती है। हालांकि, पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर टैक्स कलेक्शन में लगभग 2 लाख करोड़ रुपये की कमी आ सकती है।