सेंट जॉन्स (एंटीगुआ और बारबूडा)। अपने ऊपर लगाए आरोपों को झूठा और आधारहीन बताते हुए भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने मंगलवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप सही नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा भेजे गए सवालों के जवाब में, चोकसी ने कहा, “ईडी द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे और आधारहीन हैं। उन्होंने बिना किसी आधार के अवैध रूप से मेरे ऊपर आरोप लगाए हैं।
आपको बता दें, एंटीगुआ में चोकसी के वकील से प्रश्न पूछे गए थे।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी ने मेहुल चोकसी ने अपने भांजे नीरव मोदी के साथ मिलकर 2 अरब अमरीकी डालर से अधिक का घोटाला किया है और वर्तमान में एंटीगुआ में रह रहा है।
मेहुल चोकसी ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने उसके पासपोर्ट को भी रद्द करने की कोशिश की।
पासपोर्ट अधिकारियों ने मेरे पासपोर्ट को पूरी तरह से निरस्त कर दिया, 16 फरवरी को, मुझे पासपोर्ट कार्यालय से एक ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें कहा गया था कि मेरा पासपोर्ट भारत की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निलंबित कर दिया गया है। 20 फरवरी को, उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, मुंबई को एक ईमेल भेजा, जिससे वे मेरे पासपोर्ट के निलंबन को रद्द करने का अनुरोध कर रहे थे। हालांकि, मुझे क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से कोई जवाब नहीं मिला।
चोकसी ने आगे आरोप लगाया कि पासपोर्ट को रद्द करने का उसे कोई कारण नहीं बताया गया।
चोकसी ने कहा कि क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने स्पष्टीकरण नहीं दिया कि मेरा पासपोर्ट क्यों निलंबित कर दिया गया है और मैं भारत की सुरक्षा के लिए खतरा कैसे बना? अब जबकि मेरा पासपोर्ट निलंबित कर दिया गया है, तो वहां आत्मसमर्पण करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है।
चोकसी का बयान उस समय आया है जब भारत सरकार चोकसी को राजनयिक प्रावधानों के तहत भारत में प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रही है।