अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में आज भी गिरावट देखने को मिली। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में 45 पैसे की गिरावट देखने को मिली, जिसके चलते रुपया 72.18 के स्तर पर खुला है। डॉलर के मुकाबले लगातार रुपया गिरता जा रहा है और गिरने का नया रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। जहां एक तरफ पहले से आम आदमी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान है तो वहीं रुपय के गिरने से परेशानियां और बढ़ती हुई नजर आ रही है।
ये हैं रुपया गिरने की वजह
दरअसल, डॉलर के मुकाबले रुपया के गिरने का कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और इमर्जिंग इकोनॉमी के सामने खड़ी परेशानियां हैं। वहीं अगर विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल हालात सुधरते हुए नहीं दिख रहे हैं। वहीं रुपये के कमजोर होने की एक और वजह चीन और अमेरिका के बीच एक बार फिर से ट्रेड वॉर शुरू होने की आशंका को भी देखा जा रहा है।
ये हो सकता है असर
जिस तरह से भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरता जा रहा है। ऐसे में इकोनॉमी के सामने कई चुनौतिया खड़ी हो रही है और इससे आगे भी परेशानियां बढ़ सकती है। गौरतलब, है कि इलेक्ट्रोनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनियां पहले ही साफ कर चुकी हैं कि अगर रुपया ऐसे ही गिरता रहा तो वो कई उत्पदों के दाम बढ़ा सकते हैं। ऐसे में रुपये के गिरने का असर विदेशों से आने वाले सामान पर सकता है और वो सामान महंगा हो सकता है।