औरंगाबाद। औरंगाबाद के पाथरी गांव के किसानों ने आरोप लगाया है कि शेंद्रा एमआईडीसी रासायनिक संयंत्र से निकलने वाले जहरीले रसायनों से उनकी फसलों को बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने दावा किया कि विषाक्त पानी उनके खेतों और जल स्रोतों-कुओं और नदियों में बहता है, और उनकी फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। ग्रामीणों में से एक ने कहा, “जहरीले पानी ने फसलों को बर्बाद कर दिया है और जहरीला पानी पीने से मवेशी भी मर रहे हैं।”
एक अन्य स्थानीयनागरिक ने कहा, “निजी कंपनी ने कृषि परिचालन क्षेत्र के आसपास रासायनिक अपशिष्ट के टैंकर लाकर खाली किए हैं, जिसके कारण पानी दूषित हो गया है। एक परीक्षण करने के बाद यह साबित हो रहा है कि पानी उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं है।”
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि उन्होंने इस मुद्दे के बारे में स्थानीय अधिकारियों को पत्र भी लिखे हैं, लेकिन किसी ने अभी तक इस पर संज्ञान नहीं लिया है।