पटना/दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी को जमानत देने के लिए न्यायपालिका का धन्यवाद किया।
2006 के भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) होटल निविदा घोटाले में उनकी कथित भागीदारी के लिए दोनों पर मकदमा दर्ज किया गया था और चार्जशीट फाइल की गई थी।
मांझी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि हम बहुत अच्छी तरह से जानते थे कि वे (राबड़ी, तेजस्वी) को इस मामले में जमानत मिलेगी। न्यायिक प्रक्रिया जारी रहेगी। मैं तेजेस्वी यादव और राबड़ी देवी को जमानत देने के लिए न्यायपालिका का धन्यवाद करता हूं।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी आदेश का स्वागत किया। तिवारी ने कहा, “मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं, इस मामले में कुछ भी नहीं है जो जमानत को रोक सकता है। जो भी मोदी जी का विरोध करता है, या विपक्ष को मजबूत करने की कोशिश करता है, उसे झूठे मामलों में फंसा दिया जाता है।
आईआरसीटीसी होटल निविदा घोटाले से जुड़े कथित मनी लॉंडरिंग मामले में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद को छोड़कर दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को सभी आरोपियों को जमानत दे दी।
लालू की जमानत याचिका लंबित है क्योंकि वह अदालत के समक्ष पेश नहीं हो सके। कई-करोड़ के चारा घोटाले में दोषी होने के बाद वह वर्तमान में रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं, लेकिन तबीयत खराब होने की वजह से वे रांची मेडिकल कॉलेज में उपचार करा रहे हैं।
आईआरसीटीसी घोटाले के संबंध में दिल्ली अदालत ने लालू के खिलाफ 6 अक्टूबर को एक उत्पादन वारंट जारी किया था।
मामला रांची और पुरी में स्थित आईआरसीटीसी होटल के रखरखाव के लिए एक निजी कंपनी को अनुबंध आवंटित करने में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जब लालू 2004 से 2009 तक रेलमंत्री थे।
अभियोजन पक्ष की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रेलवे के दो बीएनआर होटलों को पहले आईआरसीटीसी में स्थानांतरित कर दिया गया था और बाद में पटना आधारित सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को रखरखाव के लिए पट्टे पर दिया गया था।