मुंबई। सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) सोमवार को रामदास आठवले ने कहा कि “यदि आवश्यक हो” हिंदू दक्षिणी विंग सनातन संस्था को “पूरी तरह से प्रतिबंधित” होना चाहिए।
सनातन संस्थान को अपनी हिंसक गतिविधियों को रोकना होगा। अगर यह डॉ नरेंद्र दाभोलकर और गौरी लंकेश की हत्याओं में शामिल था तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यदि आवश्यक हो, तो संगठन को चाहिए पूरी तरह से प्रतिबंधित हो, आठवले ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा।
आठवले का बयान सनातन संस्था के उस बयान के बाद आया है, जिसमें एक दिन दाभोलकर और लंकेश मौत के मामलों में किसी भी तरह की भागीदारी की रिपोर्ट से इंकार कर दिया गया था।
हाल ही में गिरफ्तार किए गए नौ लोगों को सनातन संस्था से संबंधित नहीं है, जिसे इन परिस्थितियों में अनावश्यक रूप से लक्षित किया जा रहा है। नौ लोगों में से पांच, जिनके नाम हमें केवल मीडिया के माध्यम से पता चला है। विभिन्न प्रकार के लोग हैं सनातन संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने कहा, जिन्हें सनातनन श्रमिकों के रूप में जाना जाता है और मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि गिरफ्तारियों में से कोई भी हमारे संगठन से जुड़ा हुआ नहीं है।